24 न्यूज अपडेट, डूंगरपुर। डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा क्षेत्र में माही मोरन नदी के किनारे स्थित गांवों में लेपर्ड के लगातार दिखाई देने और पशुओं पर हमले से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। पिछले पांच दिनों में लेपर्ड ने एक ऊंट और तीन भेड़ों का शिकार किया है, जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि लेपर्ड का परिवार इलाके में मूवमेंट बढ़ा चुका है और यह खेतों, बस्तियों और आसपास के इलाकों में बार-बार दिखाई दे रहा है। कई पशुपालक अपने मवेशियों को घरों के पास खुले बाड़े में बांधते हैं, लेकिन हमले का डर बना रहता है। इस समय फसलों की बुवाई चल रही है और खेतों में आने-जाने वाले लोगों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा खतरे में है।
इस दहशत के चलते वांदरवेड, दिवड़ा और सिलोही गांवों के ग्रामीण शुक्रवार को सागवाड़ा कलेक्ट्री पहुंचे और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से लेपर्ड को आदमखोर बनने से पहले पकड़ने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
वन विभाग ने लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि प्रयास नाकाफी हैं। प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों से सख्त कार्रवाई करने और जल्दी से जल्दी लेपर्ड को पकड़ने का आग्रह किया है, ताकि इलाके में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सागवाड़ा में लेपर्ड का आतंकः ग्रामीणों ने कलेक्ट्री के सामने प्रदर्शन कर जल्द कार्रवाई की मांग की

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