24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और अस्पतालों में करंट से हड़कंप मचा हुआ है मगर नेता, जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और खाने खिलाने की संस्कृति में विश्वास रखने वालों का मजबूत गठजोड़ इसे मजाक में ले रहा है। मैनेज करने की कोशिश कर रहा है। दबाने में जुटा है। हडताल को ही गलत बताने पर जुटा है। अब फर्ज कीजिए कि करंट से मरने वाला डाक्टर रवि शर्मा की जगह कोई नेता रवि शर्मा क्या प्रशासनिक अधिकारी रवि शर्मा होता तो क्या इतनी ही खामोशी होती। क्या इतने ही आराम और चलताउ तरीके से वार्ताएं कर रहे होते। शायद नहीं होता, शायद कई-कई लोग सस्पेंड होकर अब तक जेल की हवा खा चुके होते। कईयों को चार्जशीट मिल गई होती। चुन-चुन कर गुनहगारों की मीडिया ट्रायल चल रही होती। मगर यहां मामला रेजिडेंट का है तो सब चुपचाप बैठे शुतुमुर्ग की तरह मुंह रेत में छिपा कर बैठ गए हैं। कार्रवाई तत्काल करनी है, जांच करने की बात कर रहे हैं। अंदरखाने कह रहे हैं कि उपर से प्रेशर है। रेजिडेंट पूछ रहे हैं कि आखिर कौन है वो उपरवाला जिसको किसी की मौत से भी फर्क नहीं पड़ता, जो अपने देश के सबसे शार्प ब्रेन को करंट से मरने, करंट से खाफजदा होने में खुशी महसूस कर रहा है।
जर्जर इमारतों से गिरते प्लास्तरों ने ऐसी पोल खोल दी है कि अब यह कहने से गुरेज नहीं होना चाहिए कि यहा पर महा-भ्रष्टाचार का बोलबाला है। प्लातर गिरने के बाद पीडब्ल्यूडी कह रहा है कि हॉस्टल खाली करवा दो। इससे पहले क्यों नहीं करवाया और प्लास्तर गिर गया तो किसको सस्पेंड किया! किसी को नहीं। अब तो लगता है कि कोई बड़ा अफसर या नेता अस्पताल आए और उसके सिर पर वैसा ही प्लास्तर गिरे तब जाकर किसी ठोस कार्रवाई के लिए कोई पृष्ठभूमि तैयार हो। यह ढीठता हमारे शार्प ब्रेन डाक्टर्स में जो बेचैनी पैदा कर रही है उसके असर बहुत दूरगामी होने वाले हैं। आज गर्ल्स हॉस्टल में प्लास्तर गिर गया। एक अन्य हॉस्टल में करंट आ रहा है जिसकी लिखित शिकायत की गई है। इतने गंभीर मामले में सांसद, विधायक एकदम सुस्त पड़े हुए हैं। बिजली उपकरणों की ऑडिट की बात की जा रही है जबकि जरूरत तत्काल राहत दिलाने की है, एक्शन लेने की है। ऐसे में कई बार लगता है कि सब तरफ शून्य पसर गया है। अपने आपने बॉस को खुश करके सब खुश हैं, जनता की किसी को नहीं पड़ी है। सुबूत सामने हैं, मगर कार्रवाई नहीं हो रही है। गजब की अंधेरगर्दी मचा रखी है। आरएनटी प्रशासन को लगा कि डाक्टर रवि की मौत का मामला जैसे तैसे टाइम लेकर और हड़ताल करने वालों को थका कर ठंडे बस्ते में डाल कर बच जाएंगे लेकिन लगातार हॉस्टलों में करंट व प्लास्तर गिरने की घटनाओं ने जबर्दस्त तरीके से सबको एक्सपोज कर दिया है। अब तो लोग पूछने लग गए हैं कि पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग से आखिर क्या मिलीभगत है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि पीछे से कोई पूरे सिस्टम को ही डिक्टेट करते हुए चला रहा है। जो कार्रवाई हाथोंहाथ होनी थी व उसके जरिये पूरे भ्रष्ट सिस्टम को मैसेज जाना था उसकी जगह उल्टा मैसेज दिया जा रहा है कि हमने परीक्षाएं रख ली हैं, अटेंडेंस शॉर्ट हो जाएंगी, सेमेस्टर के एग्जाम व प्रेक्टिकल मे ंनहीं आए तो डिग्री खतरे में आ जाएगी।
आरएनटी के मेडिकल कॉलेज और इससे संबद्ध हॉस्पिटल परिसरों में विद्युत सुरक्षा व्यवस्थाओं की गंभीर लापरवाही के चर्चे अब पूरे देश में हैं। आज टीबी हॉस्पिटल बड़ी में करंट रिसाव की नर्सिंग छात्रों ने शिकायत की। मेटल अलमारियों, फायर सिलेंडर और दीवारों में करंट की मौजूदगी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में छात्र टेस्टर से करंट की पुष्टि करते दिख रहे हैं। इसके बाद भी आज कुछ नहीं हुआ। कोई सस्पेंड नहीं हुआ, किसी की नौकरी पर आंच नहीं आई। ये आपराधिक मजाक नहीं तो और क्या है???
डॉक्टरों और छात्रों में भारी आक्रोश
रेजिडेंट यूनियन के महासचिव डॉ. हितेश शर्मा ने बताया कि “रात को डॉक्टर पानी पीने कूलर पर गए और उन्हें फिर करंट लगा। हमने खुद टेस्टर से चेक कर वीडियो बनाए। यह गंभीर लापरवाही है।” डॉ. जतिन ने कहा “कॉलेज प्रशासन ने कहा था कि कूलर को ठीक करवा दिया गया है, लेकिन अब भी करंट आ रहा है। यह मौत का कुआं है। प्रशासन हमारी जिम्मेदारी लेगा क्या?” टीबी हॉस्पिटल में करंट रिसाव के बाद से परिसर में रहने वाले सैकड़ों नर्सिंग स्टूडेंट और रेजिडेंट डॉक्टर में मौत का खौफ है। दीवारों, अलमारियों और फायर सिलेंडरों में करंट की शिकायत के बाद अस्पताल और हॉस्टल की विद्युत सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। पता नहीं कब कहां से करंट उन्हें अपनी ओर खींच ले।
रेजिडेंट्स और छात्र संगठनों की मांग
रेजिडेंट्स और छात्र संगठनों ने तत्काल सभी हॉस्टलों और हॉस्पिटल परिसरों की विद्युत लाइन और उपकरणों की जांच कर सुधार की मांग की है। साथ ही प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा। आज जनरल बॉडी मीटिंग में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि जब तक डॉ. रवि शर्मा को न्याय और विद्युत सुरक्षा की मांगें पूरी नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
जयपुर में हेल्थ सेक्रेटरी से डेलिगेशन मुलाकात करेगा
अजमेर में आज डेलिगेशन विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से मिलेगा। क्रमिक अनशन जारी है। शाम 7 बजे कॉलेज और हॉस्पिटल परिसर में विशाल रैली निकाली जाएगी। साथ ही जयपुर में हैल्थ सेक्रेटरी से मुलाकात होगी।
विद्यार्थियों की शिकायत, विद्युत सुधार की मांग
छात्रों ने नोडल अधिकारी व हॉस्टल वार्डन को लिखित में शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है अलमारी, दीवार और वाटर कूलर में करंट दौड़ रहा है। विद्युत झटका कभी भी गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकता है। कृपया शीघ्र समाधान किया जाए।”
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