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गढ़ी में भू-माफिया पर फर्जी रजिस्ट्री का आरोप — विधायक कैलाश मीणा के निशाने पर तहसीलदार और सीआई

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24 News Update गढ़ी (डूंगरपुर), 15 जुलाई। गढ़ी विधानसभा क्षेत्र में भू-माफियाओं की गतिविधियों और प्रशासन की मिलीभगत को लेकर क्षेत्रीय विधायक कैलाश मीणा ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को थाना परिसर में धरना देने के बाद अब विधायक ने गढ़ी तहसीलदार भगवतीलाल जैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक मीणा ने तहसीलदार पर भू-माफियाओं के साथ सांठगांठ कर फर्जी रजिस्ट्रियां जारी करने और पंचायत व बस स्टैंड की जमीनों पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप जड़ा है। इसके साथ ही गढ़ी थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह को भी माफियाओं के संरक्षण का दोषी बताया है।
जनसुनवाई में फूटा जनता का गुस्सा, सामने आए फर्जीवाड़े
मंगलवार को विधायक ने अपने निवास पर जनसुनवाई रखी, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग अपनी जमीन से जुड़ी समस्याएं लेकर पहुंचे। इस दौरान कई लोगों ने आरोप लगाया कि बिना उनकी जानकारी के उनके नाम से या उनके हिस्से की जमीन पर फर्जी रजिस्ट्री कर दी गई। विधायक ने बताया कि एक मामला हीरालाल चरपोटा के नाम से भी सामने आया है, जिसमें पंचायत और बस स्टैंड की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री की गई। सभी रजिस्ट्रियां तहसीलदार के स्तर से की गई हैं।
तहसील और थाने में दलालों का कब्जा
मीणा ने कहा — “मैंने पहले ही तहसीलदार को कहा था कि किसी भी रजिस्ट्री या पट्टे से पहले मौके पर जाकर उसकी वेरिफिकेशन कराएं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। स्थिति यह है कि भू-माफिया और जमीन दलाल दिनभर थाने और तहसील में डेरा डाले रहते हैं। ये अधिकारी उनके इशारे पर काम कर रहे हैं।” विधायक ने चेतावनी दी है कि यदि गढ़ी सीआई रोहित कुमार सिंह के खिलाफ एसपी हर्षवर्धन अगरवाला कार्रवाई नहीं करते हैं, तो वे सीधे मुख्यमंत्री से मुलाकात कर पूरे प्रकरण की जानकारी देंगे। साथ ही, सभी फर्जी रजिस्ट्रियों और पट्टों की निष्पक्ष जांच की मांग उठाएंगे। गढ़ी क्षेत्र में विधायक के इस रुख से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा हुआ है। तहसीलदार और थाना प्रभारी दोनों पहले ही विपक्ष और क्षेत्रीय संगठनों के निशाने पर थे, अब विधायक के खुलकर सामने आने से मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, जल्द ही इस प्रकरण की फाइल जिला प्रशासन के स्तर तक पहुंच सकती है। विधायक के सख्त तेवरों के बाद ग्रामीणों को अब प्रशासनिक कार्रवाई की उम्मीद जगी है।

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