24 News update पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया। यही नहीं, लालू ने उन्हें अपने पारिवारिक रिश्तों से भी बाहर कर दिया है। यह कठोर फैसला तेज प्रताप द्वारा एक महिला के साथ अपने 12 साल पुराने संबंध का सोशल मीडिया पर खुलासा करने के बाद सामने आया है।
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में फेसबुक पर एक महिला, अनुष्का यादव, के साथ अपने पुराने संबंध की जानकारी साझा की थी। इस पोस्ट में उन्होंने खुद को उसका पति बताया था, जिसे लेकर राजनीतिक और पारिवारिक गलियारों में हलचल मच गई। हालांकि, बाद में तेज प्रताप ने दावा किया कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था।
लालू यादव ने इस प्रकरण पर सार्वजनिक बयान देते हुए कहा,
“निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधियां, लोक आचरण और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों के अनुरूप नहीं हैं। अतः उसे पार्टी और परिवार दोनों से दूर किया जाता है।”
तेज प्रताप की बहन रोहिणी आचार्य ने भी इस निर्णय का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि,
“जो व्यक्ति परिवार की परंपरा, मर्यादा और मूल्यों का सम्मान नहीं करता, उसे आलोचना का सामना करना ही पड़ेगा।”
राजद के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी तेज प्रताप की हालिया गतिविधियों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के भीतर तेजस्वी यादव को बतौर उत्तराधिकारी पूरी तरह स्थापित करने की दिशा में यह निर्णय अहम माना जा रहा है।
बिहार की राजनीति में यह घटनाक्रम ऐसे समय आया है जब राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो रही हैं। लालू का यह फैसला राजद के अंदर अनुशासन और छवि सुधार की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।
तेज प्रताप यादव ने इस फैसले पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि वे जल्द ही मीडिया के सामने अपनी बात रख सकते हैं।

