- भिड़ंत में हमलावर गैंग का मुखिया गोलू स्वामी भी मारा गया था, जिसे 50 लाख की सुपारी मिली थी
जयपुर 14 दिसम्बर। जिला झुंझुनूं और सीकर के बीच सीमा पर हुई दो कुख्यात गैंगों (रविन्द्र कटेवा 0056 और श्रवण भादवासी 1657) की भिड़ंत के मामले में बड़ी सफलता मिली है। इस गैंगवार में रविन्द्र कटेवा गैंग के सक्रिय सदस्य सुनील सुण्डा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आईजी जयपुर रेंज एच.जी.आर. सुहास ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि यह गैंगवार मुख्य रूप से भादवासी, सीकर में स्थित जमीनी विवाद और पुरानी रंजिश का नतीजा था। श्रवण भादवासी गैंग ने कटेवा गैंग द्वारा नवंबर 2024 में सुरेश मुवाल पर किए गए जानलेवा हमले का बदला लेने के लिए ₹50 लाख की सुपारी दी थी।
सुपारी लेकर थाना रानोली के हिस्ट्रीशीटर कृष्णकान्त उर्फ गोलू स्वामी और उसके साथी स्विफ्ट डिजायर कार में आए थे, जिन्होंने रविन्द्र कटेवा के घर के सामने फायरिंग की, जिसमें सुनील सुण्डा मारा गया। फायरिंग के बाद रविन्द्र कटेवा और उसके साथियों ने हमलावरों का पीछा किया। खेत में हुई जवाबी भिड़ंत में हमलावर गैंग का सदस्य और सुपारी लेने वाला मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर कृष्णकान्त उर्फ गोलू स्वामी भी मारा गया।
तीन मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार
पुलिस ने घटना में शामिल श्रवण भादवासी गैंग के तीन सक्रिय सदस्यों पिन्टू भीचरी उर्फ शूटर (25) निवासी बलारा और हिस्ट्रीशीटर राजू सिंह उर्फ राजू अठवास (25) निवासी फतेहपुर सदर को घटनास्थल से और फरार तीसरे मुल्जिम नन्दु सिंह उर्फ फौजी (28) निवासी दादिया को भी सीकर पुलिस के सहयोग से दस्तयाब किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, एक खाली कारतूस और घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर गाड़ी को जब्त किया है।
8 महंगी लग्जरी गाड़ियां जब्त, गैंग की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू
गोठड़ा क्षेत्र में हुई भीषण गैंगवार के दूसरे पहलू पर त्वरित कार्रवाई करते हुए रविन्द्र कटेवा (0056) गैंग के मुखिया सहित चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई श्रवण भादवासी गैंग (1657) के सदस्य और हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी की हत्या के संबंध में की गई है।
आईजी सुहास के निर्देश पर एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय के सुपरविजन में गठित टीमों ने कार्रवाई की। पुलिस ने रविन्द्र कटेवा गैंग के चार मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिसमे खुद सरगना हिस्ट्रीशीटर रविन्द्र कटेवा (26) और उसके साथी विकास बटार (26) व संदीप गिल (31) निवासी गोठड़ा जिला झुंझुनू और पंकज रूलानिया (29) निवासी दादिया जिला सीकर शामिल है।
गैंग की 8 महंगी गाड़ियां जब्त
पुलिस ने संगठित अपराध पर आर्थिक प्रहार करते हुए बड़ी कार्रवाई की है। आरोपियों के कब्जे से और घटना में प्रयुक्त 8 महंगी गाड़ियां जब्त की गई हैं, जिनमें तीन थार, तीन कैम्पर, एक फॉर्च्यूनर और एक ब्रेजा शामिल हैं।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के नए प्रावधानों के तहत गैंग के सदस्यों की अपराध से अर्जित अवैध संपत्तियों और वाहनों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही दोनों प्रकरणों में प्रकरण में फरार चल रहे नामजद आरोपियों अनिल, शुभकरण बाजिया, हिस्ट्रीशीटर अरविन्द, राहुल सैनी, हिस्ट्रीशीटर मनोज महला, श्रवण भादवासी, राजपाल भादवासी, सुरेश मुहाल आदि की गिरफ्तारी के लिए 50-50 हजार रुपये के इनाम की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आईजी सुहास ने बताया कि दोनों गैंगों के खिलाफ हत्या, फायरिंग और भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। संगठित अपराधों से जुड़े हुए गैंगस्टर एवं गैंग के अन्य सदस्यों के खिलाफ आगे भी कठोरतम कार्रवाई जारी रहेगी

