24 News Update उदयपुर। सिन्धी सेन्ट्रल युवा सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित होने वाली बहुप्रतीक्षित झुलेलाल प्रीमियर लीग-4 का भव्य आयोजन आगामी 24 दिसंबर से 27 दिसंबर तक रात्रिकालीन मैचों के रूप में शिकारवाड़ी खेल मैदान में किया जाएगा। चार दिवसीय इस क्रिकेट महाकुंभ को लेकर सिन्धी समाज के युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है और आयोजन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
132 खिलाड़ियों का चयन, 12 टीमों का गठन
समिति के अध्यक्ष विजय आहूजा ने जानकारी देते हुए बताया कि अशोका ग्रीन में आयोजित विशेष चयन कार्यक्रम के दौरान कुल 132 खिलाड़ियों का चयन कर 12 टीमों का गठन किया गया है। इन सभी टीमों को चार समूहों में विभाजित किया गया है, जिनके बीच लीग आधार पर मुकाबले खेले जाएंगे। टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धात्मक माहौल के साथ अनुशासन और खेल भावना का अनुभव मिलेगा।
हर मैच में शहर के गणमान्य अतिथि रहेंगे मौजूद
समिति के महासचिव मुकेश खिलवानी ने बताया कि टूर्नामेंट के प्रत्येक मैच में उदयपुर शहर के गणमान्य नागरिकों के साथ-साथ सिन्धी पंचायत एवं विभिन्न युवा संगठनों के पदाधिकारियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। इसी क्रम में अशोका ग्रीन में प्रतियोगिता को सफल बनाने में सहयोग देने वाले टीम प्रायोजकों का सम्मान भी किया गया।
16 मैच, प्रतिदिन 4 मुकाबले, दर्शकों के लिए विशेष व्यवस्था
इस अवसर पर मनीष डेम्बला ने कहा कि इस प्रकार के सामाजिक और खेल आयोजनों से समाज के युवाओं में आपसी भाईचारा, एकता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं राजेश खत्री ने बताया कि टूर्नामेंट में कुल 16 मैच खेले जाएंगे तथा प्रतिदिन 4 टीमों के मुकाबले आयोजित किए जाएंगे। दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बैठने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा तैयार करने और आयोजन को सफल बनाने में नीलू रगवानी, मुकेश गखरेजा, चन्द्रप्रकाश मंगवानी, मनीष गुरानी, राजेश तलदार, अमित चुग, कपिल नाचानी, नानक लुंज, राजेश लखयानी, कपिल मनवानी, हरीश भाटिया, विजय कस्तूरी, चंदन नागपाल, अभिषेक कालरा, मुकेश खिलवानी और राजेश खत्री सहित अनेक कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समिति सदस्य एवं समाजजन उपस्थित रहे। झुलेलाल प्रीमियर लीग-4 न केवल खेल भावना को बढ़ावा देगा, बल्कि सिन्धी समाज के युवाओं को एक मंच पर जोड़ते हुए सामाजिक एकता, अनुशासन और समरसता का सशक्त संदेश भी देगा।

