24 न्यूज़ अपडेट बांसवाड़ा, आनंदपुरी पुलिस ने जाली नोटों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 10वें आरोपी सुखराम को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस गिरोह के एक अन्य सदस्य नरबु महाराज के कब्जे से 15 हजार रुपये के जाली नोट भी बरामद किए हैं।
आनंदपुरी थानाधिकारी कपिल पाटीदार ने बताया कि आरोपी कमलेश से मिली जानकारी के आधार पर जाली नोट छापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो और प्रिंटर बरामद किए गए हैं। पुलिस टीम ने अब तक कुल 1 लाख 61 हजार 300 रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला के नेतृत्व में 18 मार्च को धुलियागढ़ निवासी महेश कटारा के घर पर छापेमारी की गई थी, जहाँ से 1 लाख 39 हजार 300 रुपये के जाली नोट बरामद हुए थे। इसके बाद, एएसपी डॉ. राजेश भारद्वाज और वृत्ताधिकारी बागीदौरा संदीप सिंह शक्तावत के मार्गदर्शन में आनंदपुरी पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
जांच के दौरान, पुलिस ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आज, 10वें आरोपी सुखराम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में, कमलेश ने स्वीकार किया कि उसने सुखराम के साथ मिलकर जाली नोट छापे थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि इस गिरोह में राजस्थान और पड़ोसी राज्यों के लोग भी शामिल हैं।
आरोपी कमलेश और सुखराम ने खुलासा किया कि उन्होंने गुजरात के झालोद और दाहोद में अलग-अलग स्थानों पर लाखों रुपये के जाली नोट छापे थे। इनमें से 2 लाख रुपये के जाली नोट कमलेश और रमेश के माध्यम से महेश को दिए गए थे। बाकी 3 लाख रुपये के जाली नोट सुखराम तंबोलिया के पास हैं, जिनकी बरामदगी के प्रयास जारी हैं।
पुलिस ने कमलेश और सुखराम द्वारा जाली नोट छापने के लिए इस्तेमाल किए गए प्रिंटर और लैपटॉप में से दो प्रिंटर गुजरात के दाहोद से बरामद किए हैं।
इस मामले की जांच में थानाधिकारी कपिल पाटीदार, एएसआई कल्याण सिंह, एएसआई जितेंद्र, हेड कांस्टेबल महेशचंद्र, भरत कुमार, पुष्पराज सिंह, कांस्टेबल संजय, गणवीर सिंह और सुशील की विशेष भूमिका रही है। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन जाली नोटों का उपयोग किन-किन गतिविधियों में किया गया है।

