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अहमदाबाद में 1008 कुण्डीय हवन के साथ सिद्धचक्र महामण्डल विधान सम्पन्न आचार्य श्री सुनील सागरजी महाराज ससंघ के सानिध्य में 1008 इन्द्र-इन्द्राणियों ने दी आहूतियाँ

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24 News Update अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद स्थित यूनिवर्सिटी ग्राउण्ड में प्राकृत ज्ञान केसरी आचार्य श्री सुनील सागरजी महाराज ससंघ के 61वें पिच्छी चातुर्मास के समापन अवसर पर आयोजित आठ दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान गुरुवार, 6 नवम्बर को विश्व शांति महायज्ञ की पूर्णाहूति के साथ सम्पन्न हुआ।
यह आयोजन सकल दिगम्बर जैन समाज, चातुर्मास समिति तथा प्रतिष्ठाचार्य पंडित विनोद पगारिया ‘विरल’ सागवाड़ा के तत्वावधान में संपन्न हुआ।

विधान समिति के विपिन पंचोरी (साबला) ने बताया कि गुरुवार प्रातः चारों दिशाओं में विराजमान जिनेन्द्र भगवान एवं सिद्धचक्र यंत्र का अभिषेक कर विश्व शांति हेतु शांतिधारा की गई। इसके बाद विनय पाठ, पूजा पीठिका, नवदेवता पूजा और नन्दीश्वर पूजा के पश्चात सिद्धचक्र महामण्डल विधान की बड़ी जयमाला अर्पित की गई।

मंडप की आठों दिशाओं में बीजाक्षर मंत्र से अर्घ सौधर्म इन्द्र नीलम राजेन्द्र कटारिया, महाराजा श्रीपाल–मैना सुंदरी, विमला–राजेश शाह तथा कुबेर–सुनीता ऋषभ जैन परिवार द्वारा समर्पित किए गए।
आचार्य श्री सुनील सागरजी महाराज का पाद प्रक्षालन और गुरु पूजा डी.के. जैन, मोनिका विपिन पंचोरी (साबला) तथा जितेन्द्र वगेरिया (पारसोला) परिवार द्वारा की गई।
इसके पश्चात प्रतिष्ठाचार्य पगारिया के मंत्रोच्चारण के साथ विश्व शांति महायज्ञ में 1008 से अधिक इन्द्र–इन्द्राणियों ने तीर्थंकर कैवली एवं गणधर हवन कुण्ड सहित 1008 कुण्डों में दशांग धूप और घी की आहूतियाँ अर्पित कर श्रीफल से पूर्णाहूति दी।
अंत में जलधारा, पुण्याहवाचन, विसर्जन विधि और आरती के साथ शोभायात्रा निकाली गई तथा मंदिर में प्रतिमा स्थापना कर विधान का समापन हुआ। विधान में वागड़ क्षेत्र से आए अनेक श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पुण्यार्जन किया।
प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया ने बताया कि आचार्य श्री सुनील सागरजी महाराज के अहमदाबाद वर्षायोग समापन के बाद शुक्रवार प्रातः आचार्य संघ का विहार नरोड़ा की ओर होगा।

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