24 News Update उदयपुर। राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ की जिला स्तरीय बैठक मंगलवार को सुखाड़िया समाधि परिसर में प्रदेशाध्यक्ष शेर सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में आगामी 19 व 20 दिसंबर को गंगानगर में होने वाले प्रदेश स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें जिले से बड़े प्रतिनिधिमंडल के रूप में भागीदारी सुनिश्चित करने तथा सम्मेलन में उठाए जाने वाले प्रमुख मुद्दों पर व्यापक विमर्श हुआ।
शिक्षा व्यवस्था में अव्यवस्थाओं पर गहरी चिंता
प्रदेशाध्यक्ष चौहान ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सत्र में एसआईआर सर्वे के लिए शिक्षकों को बीएलओ के रूप में लगाया जाना बालकों की पढ़ाई में गंभीर बाधा बन रहा है। इससे शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है और कक्षा-कक्ष की नियमितता पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू करने के निर्णय के बाद भी बिना पाठ्यक्रम पूरा किए जल्दबाजी में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएँ कराना तथा उसके तुरंत बाद वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियों में लग जाना बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को कम कर रहा है।
हजारों पद रिक्त, भवन मरम्मत अधर में
चौहान ने बताया कि पिछले पाँच सत्रों से तृतीय एवं द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की डीपीसी नहीं होने से हजारों पद रिक्त हैं, जिससे विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
इसके साथ ही जर्जर विद्यालय भवन गिराए जाने के बाद नए भवनों का निर्माण शुरू नहीं होना और खराब कक्षाओं का मरम्मत कार्य लंबित रहना भी गंभीर समस्या है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों को मिलने वाले विभिन्न मदों के फंड पूर्ण रूप से जारी न होने से आधारभूत सुविधाएँ प्रभावित हुई हैं। साथ ही, लंबे समय से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं किए जाने का मुद्दा भी सम्मेलन में प्रमुखता से उठाया जाएगा।
पदाधिकारियों ने दिए सुझाव
बैठक में जिले के सभी पदाधिकारियों ने स्कूलों की वास्तविक परिस्थितियों और शिक्षकों की समस्याओं पर अपने सुझाव दिए। सभी ने एक स्वर में कहा कि इन मुद्दों को प्रदेश सम्मेलन में मजबूती से रखा जाएगा, ताकि राज्य स्तर पर शिक्षा व्यवस्था में आवश्यक सुधार सुनिश्चित हो सके। बैठक में जिलाध्यक्ष चन्द्रशेखर परमार, सतीश जैन, नवीन व्यास, कमलेश शर्मा, सुरेश गरासिया, प्रेम सिंह भाटी, गोपाल लक्षकार, प्रेम बैरवा, गजेन्द्र शर्मा, हितेन्द्र दवे, बसन्त तिवारी, सुनील माखीजा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

