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उदयपुर में भी महंगी हुई हाउसिंग बोर्ड की जमीनें: गोवर्धन विलास की दरों में 9% तक इजाफा, अब 23,190 रु./वर्गमीटर

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24 News Update उदयपुर। राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने प्रदेशभर की कॉलोनियों की जमीनों की आरक्षित दरों (रिजर्व प्राइस) में बड़ा बदलाव करते हुए 8% से लेकर 44% तक की बढ़ोतरी कर दी है। जयपुर में जहां सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की गई है, वहीं उदयपुर में भी गोवर्धन विलास योजना और एक्सटेंशन स्कीम की दरें 21,370 रुपए प्रति वर्गमीटर से बढ़कर अब 23,190 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई हैं। यह करीब 8.5% से अधिक की बढ़ोतरी मानी जा रही है।
निवेश और खरीदारी पर असर की संभावना
हाउसिंग बोर्ड की इस वृद्धि का असर उदयपुर में जमीन खरीदने की योजना बना रहे आम लोगों, मध्यम वर्ग और निवेशकों पर पड़ेगा। गोवर्धन विलास क्षेत्र, जो हाउसिंग बोर्ड की प्रमुख योजनाओं में से एक है, वहां अब जमीन खरीदना पहले की तुलना में और महंगा हो गया है। एक्सटेंशन योजना में भी यही दर लागू की गई है, जिससे नए प्लॉट खरीदने वालों पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा।
राज्यभर में जयपुर में सर्वाधिक वृद्धि
जयपुर में सबसे ज्यादा वृद्धि वाटिका स्कीम में देखी गई है, जहां दर 4,890 रुपए से बढ़ाकर सीधे 7,045 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई है — यानी करीब 44% की बढ़ोतरी। मानसरोवर, प्रताप नगर और अजमेर रोड महला योजना में भी 22% से 35% तक की वृद्धि की गई है। उदयपुर के अलावा, जोधपुर की बड़ली आवासीय योजना, कुड़ी भगतासनी और चौपासनी योजना, अलवर की बी-10 योजना, भिवाड़ी की अरावली विहार, और अजमेर की किशनगढ़ योजना की दरों में भी 8% से 9% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
उदयपुरवासियों के लिए क्या मायने रखती है यह बढ़ोतरी?
मकान बनाने की लागत बढ़ेगी: प्लॉट महंगे होने से मकान की कुल लागत पर असर पड़ेगा।
मध्यम वर्ग के लिए चुनौती: जिन लोगों ने हाउसिंग बोर्ड के जरिए घर खरीदने की योजना बनाई थी, उनके बजट पर असर पड़ेगा।
निवेश के दृष्टिकोण से मिला संकेत: हाउसिंग बोर्ड की दरों में बढ़ोतरी से यह भी संकेत मिलता है कि राज्य सरकार को इन क्षेत्रों में भूमि की मांग और कीमत में वृद्धि की उम्मीद है।
विशेषज्ञों की राय- स्थानीय रियल एस्टेट सलाहकारों के अनुसार, गोवर्धन विलास क्षेत्र पहले ही विकसित हो रहा है और इसमें कई निजी टाउनशिप, स्कूल, कॉलेज और कमर्शियल स्पॉट विकसित हो चुके हैं। ऐसे में भूमि दरों में बढ़ोतरी बाजार की मांग और लोकेशन वैल्यू को देखते हुए अपेक्षित थी, लेकिन अचानक 9% तक की बढ़ोतरी ने कई संभावित खरीदारों को असमंजस में डाल दिया है।

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