24 News Update उदयपुर। विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक फिजियोथेरेपी चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से सोमवार को महाविद्यालय के सभागार में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, मुख्य अतिथि वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. सी.के. आमेटा, डॉ. मनोज कुमार एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शैलेन्द्र मेहता ने फिजियोथेरेपी चिकित्सकों को उपरणा ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
समारोह का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. शैलेन्द्र मेहता द्वारा स्वागत संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए अतिथियों का स्वागत किया।
कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने संबोधन में फिजियोथेरेपिस्ट चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि मानव सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं हो सकती। व्यक्ति जीवन में हर प्रकार का ऋण चुका सकता है, लेकिन सेवा का यह पवित्र ऋण अदा करना संभव नहीं। आज के समय में वृद्धावस्था की बीमारियां बड़ी चुनौती बन गई हैं। परिवारों के छोटे और टूटते जाने से वृद्धजन चिकित्सा एवं देखभाल के लिए विशेषज्ञों की ओर आशा भरी नजरों से देखते हैं। उन्होंने इस वर्ष की विश्व फिजियोथेरेपी फेडरेशन की थीम ‘हेल्दी एजिंग’ का उल्लेख करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की समस्याओं का समाधान करना समाज की प्राथमिक आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन डॉ. प्रज्ञा भट्ट ने किया।
सम्मानित चिकित्सकों की सूची
इस अवसर पर डॉ. विनोद नायर, डॉ. प्रज्ञा भट्ट, डॉ. मानस रंजन, डॉ. चिराग पुरबिया, डॉ. कार्तिक सुखवाल, डॉ. प्रिया दाधीच, डॉ. आरुषि टंडन, डॉ. रोनिता सोनी, डॉ. प्रतीक अग्रवाल, डॉ. करण एवं डॉ. अर्पित गुप्ता को उपरणा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

