24 News Update सवाई माधोपुर. राजस्थान के वन मंत्री संजय शर्मा रविवार को रणथंभौर नेशनल पार्क में बिना किसी को जानकारी दिए सफारी पर पहुंचे। मंत्री ने आम पर्यटक की तरह ऑनलाइन टिकट बुक कराई और टोपी, चश्मा व मास्क पहनकर शाम की पारी में पार्क का अनुभव लिया।
वन मंत्री ने तत्काल शेयरिंग स्लॉट में टिकट का भुगतान किया और जंगल में प्रवेश किया। उन्होंने सफारी के दौरान वन विभाग के गश्ती वाहनों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई और कहा कि इस तरह बाघों की मॉनिटरिंग कैसे की जाएगी। उन्होंने वनकर्मियों को निर्देश दिए कि अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सर्किट हाउस भेजें, ताकि वे सीधे उनसे चर्चा कर सकें।
मंत्री संजय शर्मा ने जोन नंबर तीन में पूरे तीन घंटे तक सफारी की और पार्क की व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पार्क प्रबंधन, गाइड व्यवस्था, वाहन संचालन और पर्यटक सुविधाओं का प्रत्यक्ष जायजा लिया। पर्यटकों से बातचीत करते हुए उन्होंने सफारी अनुभव को लेकर सुझाव भी मांगे। सफारी पूरी करने के बाद मंत्री ने अपनी पहचान उजागर की। उन्होंने बताया कि इस कदम का उद्देश्य था कि वह सामान्य पर्यटक की नजर से पार्क की वास्तविक स्थिति और कमियों को समझ सकें। वन मंत्री ने कमियों को नोट करते हुए तत्काल सुधार के आदेश भी दिए।
इस दौरान मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी यह पहल रणथंभौर नेशनल पार्क की निगरानी और पर्यटक सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

