24 News update udaipur। घाटे में चल रही राजस्थान रोडवेज को आर्थिक नुकसान से उबारने के लिए अब सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में पहली बार बाबू स्तर के कर्मचारियों को रोडवेज बसों का औचक निरीक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब तक केवल अधिकारी स्तर के कर्मचारी जैसे चीफ मैनेजर, टीआई, एटीआई और यातायात प्रबंधक ही जांच कर सकते थे, लेकिन अब 4200 ग्रेड पे वाले बाबू भी चेकिंग में शामिल होंगे।
क्यों पड़ी यह जरूरत
हालांकि अधिकारियों की नियमित चेकिंग के बावजूद बिना टिकट यात्रा पर लगाम नहीं लग पा रही थी। इससे रोडवेज को लगातार घाटा उठाना पड़ रहा था और बसों का लोड फैक्टर भी कम आ रहा था। इन हालातों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।
अब बाबू भी बनेंगे उड़नदस्ता
- 4200 ग्रेड पे वाले प्रशासनिक अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी और अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी अब फील्ड में उतरकर बसों की चेकिंग करेंगे।
- उन्हें सप्ताह में चार दिन – मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार – फील्ड ड्यूटी करनी होगी।
- ये कर्मचारी उड़नदस्ता (फ्लाइंग स्क्वॉड) बनाकर औचक निरीक्षण करेंगे ताकि यात्रियों से वाजिब किराया वसूला जा सके और बिना टिकट यात्रा पर रोक लगाई जा सके।
उद्देश्य: घाटे से उबारना और अनुशासन कायम रखना
यह निर्णय रोडवेज को आर्थिक घाटे से उबारने और जवाबदेही तय करने के उद्देश्य से लिया गया है। प्रशासन का मानना है कि चेकिंग बढ़ने से चालकों-परिचालकों में सतर्कता बढ़ेगी और आमदनी में भी सुधार होगा।

