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करमा बाई जाट महिला संस्था का प्रथम वार्षिक अधिवेशन, वेबसाइट लॉन्च, महिलाओं के अधिकारों पर जोर

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24 News update उदयपुर। राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में महिलाओं के उत्थान के लिए कार्यरत करमा बाई जाट महिला संस्था का पहला राष्ट्रीय अधिवेशन रविवार को उदयपुर के मीरा नगर स्थित होटल रमाडा एनकोर में आयोजित हुआ। इस अवसर पर संस्था की आधिकारिक वेबसाइट का शुभारंभ आदिवासी महिलाओं के हाथों हुआ।

कार्यक्रम में संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका चौधरी, प्रदेश संयोजक रजनी गावाड़िया, उदयपुर जिला अध्यक्ष कमला चौधरी, और तीनों राज्यों के पदाधिकारियों ने भाग लिया।


संस्था का उद्देश्य और उपलब्धियां

राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका चौधरी ने बताया कि संस्था की स्थापना चार साल पहले हुई थी, और आज यह राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में सैकड़ों महिलाओं को सशक्त कर रही है। संस्था का मुख्य फोकस स्किल डेवलपमेंट, लैंगिक समानता और स्वास्थ्य व स्वच्छता पर है।

संस्था की उपलब्धियों में प्रमुख हैं:
राजस्थान के 20 जिलों सहित पंजाब और हरियाणा में सक्रिय कार्य
27 स्कूलों में सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनें स्थापित
महिलाओं को 33% आरक्षण का कानूनी अधिकार दिलाने की दिशा में प्रयास

अलका चौधरी ने कहा, “हमें 33% आरक्षण का कानूनी अधिकार तो मिला, लेकिन समाज से अभी भी वह स्वीकृति नहीं मिली, जिसके लिए हमें सतत प्रयास करने होंगे।”


वेबसाइट लॉन्च – संस्था का डिजिटल दर्पण

उदयपुर जिला अध्यक्ष कमला चौधरी ने बताया कि संस्था की आधिकारिक वेबसाइट का उद्घाटन आदिवासी महिलाओं द्वारा बटन दबाकर किया गया।

📌 इस वेबसाइट के माध्यम से कोई भी संस्था के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है और जुड़ सकता है।
📌 इसमें संस्था के कार्यकलाप, पदाधिकारियों की सूची, वर्तमान और आगामी प्रोजेक्ट की जानकारी होगी।
📌 यह संस्था की पारदर्शिता और डिजिटल उपस्थिति को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है।


अधिवेशन में हुए प्रमुख आयोजन

संस्था की प्रदेश संयोजक रजनी गावाड़िया ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत माँ करमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई। प्रमुख सत्रों में शामिल थे:

🔹 स्वागत उद्बोधन और वेबसाइट लॉन्च
🔹 जाट समाज के लोक गीत की प्रस्तुति
🔹 मुख्य वक्ता सरिता भूकर ढाका का प्रेरणादायक संबोधन
🔹 आगामी प्रोजेक्ट चयन व कार्ययोजना पर मंथन

दूसरे सत्र में तीनों राज्यों के जिला अध्यक्षों के बीच जिला-वार चर्चा हुई। डॉक्यूमेंट्री प्रस्तुतियों और विचार-विमर्श सत्र का भी आयोजन किया गया।

इसके अलावा, किरण सियार और प्रियंका चौधरी ने स्किल डेवलपमेंट पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक संध्या और रात्रिभोज के साथ हुआ।

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