24 न्यूज अपडेट, कोटा। कोटा के आईसीआईसीआई बैंक की डीसीएम ब्रांच में पदस्थ महिला रिलेशनशिप मैनेजर साक्षी गुप्ता द्वारा 4 करोड़ 58 लाख रुपये की बैंक धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। आरोपी ने 41 ग्राहकों के 110 से अधिक खातों से रकम निकालकर उसे शेयर बाजार में निवेश किया, लेकिन अधिकतर रकम डूब गई।
ओटीपी से बचने को बदले मोबाइल नंबर
साक्षी गुप्ता ने ग्राहकों को बिना जानकारी दिए उनके मोबाइल नंबर बदल दिए। नए नंबरों में उसने अपने परिवार के सदस्यों के नंबर फीड कर दिए, जिससे ट्रांजैक्शन अलर्ट ग्राहकों तक न पहुंचे। इस धोखाधड़ी के तहत उसने फर्जी तरीके से फिक्स डिपॉजिट तुड़वाकर 1.34 करोड़ से अधिक की राशि अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की। 2023 में एक वरिष्ठ महिला ग्राहक के खाते से 3.22 करोड़ रुपये निकलने पर जब ग्राहक ने बैंक से जानकारी मांगी, तब घोटाले की परतें खुलनी शुरू हुईं। जांच में पाया गया कि ये ट्रांजैक्शन बिना अनुमति के किसी और खाते में भेजी गई थी। इसी आधार पर 18 फरवरी 2025 को बैंक मैनेजर तरुण दाधीच ने उद्योग नगर थाने में मामला दर्ज कराया।
परिवार के नाम पर निवेश, खुद का भी नुकसान
आरोपी साक्षी ने अपने पिता के लगभग 50 लाख रुपये भी शेयर बाजार में झोंक दिए। अपने परिजनों के खातों से भी रकम निकालकर निवेश किया। उसने कंप्यूटर सिस्टम से मोबाइल नंबर और व्ज्च् संबंधी डिटेल्स बदलकर सबूत तक छिपा लिए।
डिजिटल प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग
साक्षी ने इंटरनेट बैंकिंग, इंस्टा कियोस्क और अन्य डिजिटल चैनलों का भरपूर दुरुपयोग किया। चार ग्राहकों के डेबिट कार्ड से एटीएम और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किए। डीमैट खातों में भी पैसे ट्रांसफर किए गए। यहां तक कि 3.40 लाख का पर्सनल लोन भी खुद के नाम पर धोखे से ले लिया। पूछताछ में साक्षी ने बताया कि वह ग्राहकों से मोबाइल नंबर बदलवाने के नाम पर फॉर्म भरवाती थी और उसमें अपने या परिवारजनों के नंबर दर्ज करती थी। ग्राहकों को भनक तक नहीं लगने दी गई।
गिरफ्तारी व जांच जारी
31 मई को साक्षी गुप्ता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे रिमांड पर लिया गया। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में साक्षी के साथ और कौन-कौन लोग शामिल थे। साक्षी ने बैंक में कार्यरत शरद गुप्ता से 2023 में लव मैरिज की थी, जो अब किसी अन्य बैंक में कार्यरत है। पुलिस पति समेत परिजनों की कॉल डिटेल व बैंकिंग ट्रांजैक्शन भी खंगाल रही है। आईसीआईसीआई बैंक की ओर से बताया गया है कि 110 खाताधारकों की राशि उन्हें लौटा दी गई है। इस मामले में बैंक कॉर्पोरेट स्तर से भी जांच कर रहा है। ब्रांच मैनेजर तरुण दाधीच ने इस पर बात करने से मना कर कहा कि आपको कॉर्पोरेट ऑफिस से जवाब मिलेगा।
महिला बैंक अधिकारी ने किया 4.58 करोड़ का घोटालाः एफडी तुड़वाकर शेयर बाजार में लगाए, मोबाइल नंबर तक बदल दिए

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