24 न्यूज अपडेट, जयपुर। राजस्थान की राजनीति में शनिवार को एक बड़ा भूचाल तब आया, जब एंटी करप्शन ब्यूरो ने बागीदौरा (बांसवाड़ा) से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण पटेल को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा। एसीबी ने जयकृष्ण पटेल को जयपुर के ज्योति नगर स्थित उनके सरकारी आवास से डिटेन किया है। यह कार्रवाई ढाई करोड़ रुपए की डील से जुड़ी है, जिसमें विधायक का गनमैन 20 लाख रुपए की पहली किश्त ले रहा था।
गनमैन मौके से फरार, दबिश जारी
एसीबी के अनुसार, गनमैन रुपए लेते वक्त मौके से भाग निकला। उसकी तलाश में एसीबी की कई टीमें जयपुर व बांसवाड़ा में दबिश दे रही हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह रिश्वत एक निजी कंपनी से मांगी जा रही थी, जिसे विधायक ने कार्य में बाधा डालने और डराने की रणनीति अपनाते हुए मजबूर किया।
कंपनी की शिकायत पर हुई कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, जिस कंपनी से रिश्वत मांगी गई थी, उसने एसीबी को इसकी जानकारी दी थी। उसके बाद एसीबी ने जयकृष्ण पटेल और उनके गनमैन के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर रखा। शिकायत की पुष्टि होने के बाद शनिवार दोपहर जाल बिछाकर विधायक को ट्रैप किया गया।
पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय ले जाया गया
पटेल को हिरासत में लेकर जयपुर स्थित एसीबी मुख्यालय ले जाया गया है। मामले में एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।
पटेल का राजनीतिक सफरः उपचुनाव में पहली बार बने विधायक
जयकृष्ण पटेल ने 2023 में बागीदौरा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया था। यह सीट पहले कांग्रेस नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय के पास थी, जो बाद में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में बाप ने पहली बार यह सीट हासिल की थी। इस कार्रवाई को राज्य में आदिवासी राजनीति और भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के एक अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है। बाप लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी आदिवासी अधिकारों और पारदर्शिता की राजनीति का दावा करती रही है।
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राजस्थान की राजनीति में शनिवार को बड़ा भूचाल आया जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बागीदौरा से विधायक जयकृष्ण पटेल को 2.5 करोड़ रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी डीजी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि पटेल को पहले से सर्विलांस पर रखा गया था और शनिवार सुबह जयपुर स्थित उनके सरकारी क्वार्टर के बेसमेंट में यह कार्रवाई की गई।
शिकायत और शुरुआत
डॉ. मेहरड़ा के अनुसार, 4 अप्रैल को शिकायतकर्ता रविंद्र सिंह ने विधायक जयकृष्ण पटेल के खिलाफ एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया कि पटेल ने विधानसभा में उठाए गए सवालों से संबंधित मामले में मदद के बदले 10 करोड़ रुपए की मांग की थी। बाद में सौदा 2.5 करोड़ में तय हुआ।
शिकायत की प्राथमिक जांच में पुष्टि होने पर ACB ने विधायक, उनके गनमैन, निजी सचिव और शिकायतकर्ता के फोन कॉल्स 24 घंटे निगरानी पर रख दिए। ऑडियो रिकॉर्डिंग में विधायक द्वारा बार-बार पैसों की मांग किए जाने की पुष्टि हुई।
ऐसे हुई कार्रवाई
डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि 3 मई को विधायक ने शिकायतकर्ता को फोन कर 4 मई को जयपुर में मिलने को कहा। समय पूछने पर विधायक ने जवाब देने से इनकार कर दिया।
शनिवार सुबह एसीबी की पांच टीमों ने जयपुर के ज्योति नगर स्थित विधायक क्वार्टर नंबर 804 के पास मोर्चा संभाल लिया। सुबह करीब 11:30 बजे शिकायतकर्ता पैसे लेकर पहुंचा। विधायक ने कार में बैठकर रुपए गिने और फिर किसी अन्य व्यक्ति को सौंप दिए, जो उन्हें लेकर चला गया।
इसी दौरान ACB ने विधायक को डिटेन कर उनके हाथ धुलवाए, जिससे रंग निकला, जो कि पूर्व-रचित नोटों की पहचान के लिए प्रयोग किया गया था। इसके बाद उन्हें आवास पर ले जाकर तलाशी ली गई।
गिरफ्तारी और पूछताछ
करीब दोपहर 3 बजे ACB की टीम विधायक को मुख्यालय लाई और मेडिकल परीक्षण के बाद औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है, लेकिन पटेल किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। सोमवार को उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
जयकृष्ण पटेल ने 2024 में बागीदौरा उपचुनाव में BAP के टिकट पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी सुभाष तंबोलिया को हराया था। इससे पहले, 2023 के विधानसभा चुनाव में पटेल को कांग्रेस के महेंद्रजीत सिंह मालवीय से हार का सामना करना पड़ा था।
बाद में मालवीय के बीजेपी में शामिल होने और इस्तीफे के बाद बागीदौरा सीट खाली हुई, जहां उपचुनाव में पटेल को जीत मिली।
Bap MLA Jaykrishna Patel caught, gunman absconded red-handed while dealing ₹20 lakh in government quarters; total deal was ₹2.5 crore.
24 News Update, Jaipur. A major earthquake came in Rajasthan politics on Saturday, when the Anti Corruption Bureau caught Jaikrishna Patel, MLA of Bharat Adivasi Party from Bagidora (Banswara) on charges of taking bribe. ACB has detained Jaikrishna Patel from his government residence in Jyoti Nagar, Jaipur. This action is related to a deal of Rs 2.5 crore, in which the MLA’s gunman was taking the first installment of Rs 20 lakh.
Gunman absconded from the spot, raids continue
According to ACB, the gunman fled from the spot while taking the money. Several ACB teams are conducting raids in Jaipur and Banswara in search of him. Initial investigation has revealed that this bribe was being demanded from a private company, which the MLA forced by adopting a strategy of obstructing the work and intimidation.
Action taken on the complaint of the company
According to sources, the company from which the bribe was demanded had informed the ACB about this. After that, the ACB put the mobile numbers of Jaikrishna Patel and his gunman on surveillance. After the complaint was confirmed, the MLA was trapped by laying a trap on Saturday afternoon.
Taken to ACB headquarters for questioning
Patel has been taken into custody and taken to ACB headquarters in Jaipur. ACB DG Dr. Ravi Prakash will share detailed information in the matter in a press conference at 5 pm.
Patel’s political journey: Became MLA for the first time in by-election
Jaykrishna Patel entered the assembly for the first time by winning the by-election held on the Bagidora seat in 2023. This seat was earlier held by Congress leader Mahendrajit Singh Malviya, who later left the Congress and joined the BJP. In the by-election held after his resignation, BAP won this seat for the first time. This action is being seen as an important step in the campaign against tribal politics and corruption in the state. This is considered a big setback for BAP, as the party has been claiming the politics of tribal rights and transparency.
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