24 News Update उदयपुर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयुएटी), उदयपुर द्वारा संचालित अखिल भारतीय समन्वित फल परियोजना के अंतर्गत जनजातीय उपयोजना घटक के तहत ग्राम जालमपुरा, पंचायत समिति फलासिया में सोमवार को एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण एवं आदान वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में 30 जनजातीय किसानों ने भाग लिया। विषय विशेषज्ञ डॉ. के.के. यादव और डॉ. पी.एस. राव ने किसानों को आम की उन्नत किस्मों की बाड़ी लगाने की वैज्ञानिक तकनीकों की विस्तृत जानकारी दी। विशेषज्ञों ने किसानों को यह भी बताया कि आम की खेती के साथ थांवलों में कंद-मूल वाली फसलें और पेड़ों के बीच मौसमी सब्जियां उगाकर अधिक लाभ अर्जित किया जा सकता है।
कार्यक्रम के समापन समारोह में परियोजना प्रभारी डॉ. एस.एस. लखावत, विषय विशेषज्ञ डॉ. पी.एस. राव एवं डॉ. के.के. यादव ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रत्येक किसान को आम की उन्नत किस्मों के 25 पौधे, उर्वरक, कीटनाशी दवा एवं स्प्रे मशीन वितरित किए।
इस अवसर पर परियोजना प्रभारी डॉ. एस.एस. लखावत ने उपस्थित विशेषज्ञों और किसानों का हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों से जोड़कर उत्पादन और आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए रामनारायण कुम्हार, सह जनसंपर्क अधिकारी, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने बताया कि विश्वविद्यालय समय-समय पर इस प्रकार के प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करता रहता है।
आम उत्पादन हेतु जालमपुरा में कृषक प्रशिक्षण एवं आदान वितरण कार्यक्रम

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