24 News Update जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे के बीच कन्हैयालाल टेलर मर्डर केस में एनआईए जांच में देरी और परिवार को अब तक न्याय नहीं मिलने को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने इस जघन्य हत्याकांड को चुनावी हथियार बनाकर झूठ फैलाया और कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल कराने में इस मामले का बड़ा हाथ रहा।
गहलोत ने कहा, “कन्हैयालाल की नृशंस हत्या पूरे राजस्थान के लिए सदमे की घटना थी। हमारी सरकार ने चार घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, पीड़ित परिवार को तत्काल 50 लाख का मुआवजा और दोनों बेटों को सरकारी नौकरी दी — आज़ादी के बाद इतनी बड़ी राहत किसी को नहीं दी गई। बावजूद इसके, भाजपा ने तथ्यों को तोड़मरोड़ कर माहौल बनाया कि मुस्लिम युवक को 50 लाख और हिंदू को सिर्फ 5 लाख मिले। ये सफेद झूठ फैलाने में खुद अमित शाह सबसे आगे थे।”
तीन साल में NIA ने गवाहों के बयान तक नहीं लिए
गहलोत ने कहा कि अब तीन साल हो चुके हैं और आज तक एनआईए कोर्ट ने दोषियों को सजा नहीं दी है। रेगुलर जज तक नियुक्त नहीं किए गए हैं और गवाहों के बयान तक दर्ज नहीं हो सके हैं। अमित शाह से पूछना चाहिए कि क्या यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा था या न्याय भी आपका उद्देश्य था?” गहलोत ने यह भी स्वीकार किया कि “कन्हैयालाल केस को लेकर भाजपा ने जिस तरह ‘हिंदू-मुस्लिम 5-50 लाख’ का झूठ फैलाया, उससे कांग्रेस समय रहते जवाब नहीं दे पाई और इसका हमें भारी नुकसान हुआ। भाजपा ने इस झूठ को एक संगठित प्रचार के रूप में इस्तेमाल किया, जिससे जनता गुमराह हुई।”
हमने किया हरसंभव न्याय, NIA ने किया सिर्फ राजनीति
गहलोत बोले, “राज्य सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन जैसे ही यह मामला एनआईए को सौंपा गया, केंद्र ने इसे लटकाने और चुनावी मुद्दा बनाने का काम किया। अब अमित शाह को बताना चाहिए कि पीड़ित परिवार को न्याय कब मिलेगा?”
उदयपुर फाइल्स के बहाने फिर भड़काई जा रही आग
गहलोत ने यह भी कहा कि “अब जब सुप्रीम कोर्ट ने ‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म पर रोक लगाई है, फिर से यह मामला चर्चाओं में है। लेकिन इसके पीछे भाजपा की मंशा राजनीतिक लाभ लेना है, न कि पीड़ित को न्याय दिलाना।”
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