24 News Update उदयपुर | शहर के बीचों-बीच निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय सामने आया है। कोर्ट चौराहा स्थित हनुमानजी मंदिर परिसर से करीब 4 मीटर भूमि एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए देवस्थान विभाग द्वारा जनहित में प्रदान की गई है। यह भूमि केवल मंदिर की सीढ़ियों तक सीमित होगी और मंदिर के मूल स्वरूप में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
भव्य प्रवेश द्वार और बाउंड्री वॉल की जिम्मेदारी नगर निगम पर
देवस्थान विभाग ने शर्तों के साथ अनुमति दी है कि मंदिर के मुख्य द्वार, बाउंड्री वॉल और मंदिर से जुड़ी सुविधाओं को नगर निगम पूर्ववत ऊंचाई व स्वरूप में पुनर्निर्मित करेगा। साथ ही, मंदिर के दोनों ओर बनी दुकानों को हटाए जाने की स्थिति में उचित मुआवजा भी निगम को देवस्थान विभाग में जमा करवाना होगा।
एलिवेटेड रोड निर्माण के मार्ग में थी बाधा, मंदिर परिसर की भूमि से सुलझा समाधान
हनुमानजी मंदिर के सामने सड़क काफी संकरी थी, जिससे एलिवेटेड रोड के विस्तार में रुकावट आ रही थी। शहर विधायक ताराचंद जैन, नगर निगम और देवस्थान विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण के बाद पाया कि मंदिर की सीढ़ियों तक की 4 मीटर भूमि आवश्यक है। इस पर विचार-विमर्श के बाद देवस्थान विभाग ने अपनी सहमति दी।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए वैकल्पिक प्रवेश द्वार की योजना
निरीक्षण के दौरान विधायक ताराचंद जैन ने सुझाव दिया कि मुख्य सड़क से प्रवेश हटाकर मंदिर में साइड से प्रवेश और निकासी का मार्ग बनाया जाए। इससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और मुख्य सड़क पर संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा।
“देवस्थान की स्वीकृति मील का पत्थर” – विधायक ताराचंद जैन
विधायक ताराचंद जैन ने इसे शहर के विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि देवस्थान की यह सहमति एलिवेटेड रोड के निर्माण को गति देगी। उन्होंने शहरवासियों को आश्वस्त किया कि मंदिर के किसी भी धार्मिक या सांस्कृतिक स्वरूप से समझौता नहीं किया जाएगा, बल्कि एक और भी भव्य रूप में मंदिर का नया प्रवेश द्वार नगर निगम द्वारा तैयार किया जाएगा।
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