Site icon 24 News Update

सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ की अध्यक्षता में दिशा समिति की बैठक आयोजित, पीपल वृक्षारोपण से हुई बैठक की शुरुआत

Advertisements

सांसद ने किया जल संरक्षण व योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर
“प्लास्टिक मुक्त ब्यावर की ओर एक और कदम: दिशा बैठक में विकास योजनाओं पर मंथन, बायो बैग्स से हुई शुरुआत”

24 News Update ब्यावर/राजसमंद। नवगठित जिला ब्यावर की जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में माननीय सांसद राजसमंद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले के जनप्रतिनिधियों तथा जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में भाग लेने से पूर्व माननीय सांसद द्वारा विधिविधान से पीपल का वृक्षारोपण कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनों को जल संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और हरियाली के महत्व पर जागरूक किया। उन्होंने कहा कि पौधारोपण मात्र औपचारिकता न रहे, बल्कि इसके संरक्षण और संवर्धन की भी सामूहिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

बैठक की शुरुआत प्लास्टिक मुक्त ब्यावर अभियान के अंतर्गत जैव अपघटनीय बायो बैग्स के वितरण से हुई। सांसद द्वारा बायो बैग्स की विशेषताओं की सराहना की गई। उन्होंने बताया कि पर्यावरण हितैषी यह पहल शहर को प्लास्टिक से मुक्त करने की दिशा में सराहनीय प्रयास है। इसी क्रम में माहेश्वरी पंचायत बोर्ड द्वारा भी इको-फ्रेंडली बैग्स का वितरण किया गया।

सांसद ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को पूरी निष्ठा, समर्पण और निर्भयता के साथ क्रियान्वित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं समाज के हर वर्ग से जुड़ी हैं और इनका प्रभावी क्रियान्वयन देश की सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए अत्यंत आवश्यक है।

बैठक में विशेष रूप से महात्मा गांधी नरेगा के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। श्रमिकों के भुगतान की स्थिति, पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचाने और इसमें आ रही बाधाओं को दूर करने के निर्देश दिए गए।

विधायक श्री शंकर सिंह रावत ने बैठक में नरेगा की कार्यशैली, श्रमिकों की भागीदारी तथा श्रमिक कार्ड की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने योजनाओं की गुणवत्ता और प्रभावशीलता बढ़ाने हेतु सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं की वास्तविक सफलता तब ही मानी जाएगी जब इनसे आमजन को प्रत्यक्ष लाभ हो।

जिला कलेक्टर डॉ. महेन्द्र खड़गावत ने बैठक में सांसद एवं विधायक महोदय द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को धरातल पर उतारने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे संवेदनशीलता एवं जिम्मेदारी के साथ योजनाओं को समयबद्ध रूप से लागू करें और इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरतें।

बैठक में केंद्र सरकार की 60 से अधिक प्रमुख योजनाओं पर बिंदुवार चर्चा की गई, जिनमें ग्रामीण विकास, कृषि एवं किसान कल्याण, पंचायती राज, जल संसाधन, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, शहरी विकास, श्रम एवं रोजगार, अल्पसंख्यक कल्याण, खेल एवं युवा मामले, सामाजिक न्याय, खान मंत्रालय, सड़क परिवहन तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे मंत्रालयों की योजनाएं शामिल थीं।

दिशा समिति की इस बैठक के माध्यम से जिले के विकास कार्यों की निगरानी को सशक्त बनाते हुए योजनाओं के कुशल, पारदर्शी और जनहितैषी क्रियान्वयन का संकल्प दोहराया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री श्याम सिंह ,अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री मोहनलाल खटनावलिया, नगर परिषद आयुक्त व उपखंड अधिकारी श्री दिव्यांश सिंह, एसीईओ श्री गोपाललाल सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Exit mobile version