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एकात्म मानवदर्शन का हीरक जयंती समारोह 4-5 जून को उदयपुर में, 1964 के साक्षियों का होगा सम्मान

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24 News Update उदयपुर। भारतीय जनसंघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और महान विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित ‘एकात्म मानवदर्शन’ के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आगामी 4-5 जून को उदयपुर में ‘दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानवदर्शन – हीरक जयंती समारोह’ का आयोजन किया जाएगा। दीनदयाल उपाध्याय ने 4-5 जून 1964 को उदयपुर के भूपाल नोबल्स स्कूल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संघ शिक्षा वर्ग में पहली बार एकात्म मानवदर्शन पर बौद्धिक प्रस्तुत किए थे। इसके बाद उन्होंने देशभर में इस दर्शन पर व्याख्यान और बौद्धिक दिए, जो भारतीय चिंतनधारा में एक नई दृष्टि के रूप में उभरा।
तैयारी बैठक का आयोजन
इस ऐतिहासिक अवसर के भव्य आयोजन की तैयारियों को लेकर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के गेस्ट हाउस सभागार में एक बैठक आयोजित की गई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति के अध्यक्ष और पूर्व कुलपति प्रो. मोहनलाल छीपा ने बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि यह आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति, भूपाल नोबल्स संस्थान और राजस्थान विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा।
भूपाल नोबल्स संस्थान का विशेष महत्व
राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने कहा कि भूपाल नोबल्स संस्थान 103 वर्ष पुराना संस्थान है, जहां अनेक महापुरुषों ने अपने जीवन की शुरुआत की है। इस स्थल की ऐतिहासिकता और महत्ता को देखते हुए इस समारोह का आयोजन यहां किया जा रहा है।
दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा
समारोह के दौरान निम्नलिखित गतिविधियां होंगी:
संगोष्ठी और सत्र: विभिन्न सत्रों में एकात्म मानवदर्शन पर विचार-विमर्श।
शोध पत्र प्रस्तुति: विद्वानों द्वारा शोध पत्रों का प्रस्तुतिकरण और प्रकाशन।
स्मृति सम्मान: 1964 में एकात्म मानवदर्शन के साक्षियों का सम्मान।
सार्वजनिक कार्यक्रम: विचार गोष्ठी और संवाद।
उपसमितियों का गठन
बैठक में समारोह को सफल बनाने के लिए विभिन्न उपसमितियों का गठन भी किया गया। इस अवसर पर समिति के सहसचिव नीरज कुमावत ने सभी का स्वागत किया और कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।
प्रमुख सहभागी
बैठक में प्रो. मोहनलाल छीपा, भूपाल नोबल्स संस्थान के प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ रुपाखेड़ी, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा, मगन जोशी, डॉ. अनिल कोठारी, डॉ. सिद्धार्थ शर्मा, डॉ. सरोज कुमार, डॉ. विजय प्रकाश विप्लवी, डॉ. अश्विन महेश दल्वी, नीरज कुमावत और राकेश शर्मा सहित अन्य विद्वान और संगठन प्रमुख उपस्थित थे।

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