24 न्यूज अपडेट उदयपुर। कोयला सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. वैभव चावला की हत्या के विरोध में चिकित्सा समुदाय ने एकजुट होकर सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है। इसी क्रम में सीएमजे डॉक्टर्स वेलफेयर फेडरेशन इंडिया (डीडब्ल्यूएफ), राजस्थान शाखा की ओर से सोमवार को जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में डॉ. वैभव की हत्या को न केवल चिकित्सकीय सेवा पर हमला बताया गया, बल्कि इसे प्रशासनिक अनुशासन लागू करने के प्रयासों के खिलाफ सोची-समझी साजिश करार दिया गया है। ज्ञापन के अनुसार, डॉ. वैभव चावला ने सीएचसी में कार्यरत कुछ नर्सिंग कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके कुछ ही समय बाद उनकी साजिशन हत्या दो मातहत कार्मिकों ने कर दी गई। फेडरेशन का कहना है कि यह घटना “राजकीय सेवाओं में बढ़ती असुरक्षा और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों को दबाने“ की प्रवृत्ति को दर्शाती है।
प्रमुख मांगें
ज्ञापन में सरकार से निम्नलिखित मांगें की गईंः हत्या के दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो, घ्संलिप्त नर्सिंग कर्मियों के विरुद्ध त्वरित एवं सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। परिवार को सहायता मिले, डॉ. वैभव के परिवार को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता और एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए। मेडिकल कैडर की स्थापना हो, राज्य स्तर पर मेडिकल कैडर गठित किया जाए जिससे प्रशासनिक सुरक्षा और संरचना मजबूत हो सके। डॉक्टर्स प्रोटेक्शन कमिटी का गठन किया जाए। सुरक्षा व्यवस्था दृ सभी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति अनिवार्य की जाए।
चिकित्सा समुदाय में रोष
फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार और महासचिव डॉ. विकास बामनिया ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यह केवल एक डॉक्टर की हत्या नहीं, बल्कि पूरे चिकित्सा तंत्र को डराने की साजिश है। यदि सरकार समय रहते कठोर कदम नहीं उठाती, तो ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कार्य करने की इच्छा पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। ज्ञापन की प्रतिलिपि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, प्रमुख सचिव (चिकित्सा), निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं सहित सीएमजे डब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी भेजी गई है।
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