Site icon 24 News Update

डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में नव नियुक्त सहायक प्राध्यापको के लिए 21 दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन

Advertisements

24 News Update Udapiur। महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं अभिमुखीकरण प्रशिक्षण के निदेशक डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया की यह महाविद्यालय राजस्थान का सबसे पुराना डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय है और डेयरी एवं खाद्य के उच्च तकनीकतंत्री 1982 से तैयार कर देश सेवा में अपना योगदान दे रहा है । महाविद्यालय की दूरदर्शी, विकासोन्नमुखी एवं तकनीकी सोच को मुक्त हृदय से अंगीकार करते हुए विश्वविद्यालय ने नव-नियुक्त सहायक प्राध्यापको के लिए 21 दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम की महत्ती जिम्मेदारी प्रदान की जिसे महाविद्यालय के कुशलतम स्टाफ़ के अविस्मरणीय योगदान से कुशलतम रूप से निर्वहन किया । उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उपस्थित वरिष्ठ अधिकारी परिषद के सदस्यों एवं अन्य आगंतुको का अभिनन्दन करते हुए 21 दिवसीय कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त जिम्मेदारी के लिए कृतज्ञता ज्ञापित की ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता एमपीयुएटी के कुलपति डॉ अजीत कुमार कर्नाटक ने की । अपने अध्यक्षीय उदबोधन में उन्होंने सभी नव-नियुक्त सहायक प्राध्यापको के स्वागत करते हुए कहा की स्थापना के समय से ही इस विश्वविद्यालय ने कृषि एवं सम्बन्धित क्षेत्रोँ में रोजगारोन्मुखी शिक्षण एवं उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रदान करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित की है । अब नव-नियुक्त सहायक प्राध्यापको के सहयोग से नए संकल्प के साथ विश्व स्तर पर कीर्ति पताका फहरानी है जो की नव-नियुक्त एवं उर्जावान सहायक प्राध्यापको के सहयोग से ही सम्भव है । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर एम बी एम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजय कुमार शर्मा ने नव-नियुक्त सहायक प्राध्यापको से कहा की कुशल शिक्षण के साथ नई तकनीको के समावेश से आधुनिक अनुसन्धान आज की माँग है और यही अपेक्षाए भी है ।महाविद्यालय की सह-आचार्य एवं अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम की आयोजन-सचिव डॉ निकिता वधावन ने सभी अतिथियों एवं आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया की यह 21 दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम कौशल और नेतृत्व के नए क्षितिज खोलता हुआ नये मापदंडों की स्थापना करेगा । पूरे 21 दिन तक प्रतिभागियों के ज्ञान-उन्नयन हेतु विभिन्न विषय विशेषज्ञों को विशिष्ट रूप से आमंत्रित किया गया साथ ही प्रतिभागियों को प्रायोगिक एवं अनुभवात्मक प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु विभिन्न इकाईयों का न केवल भ्रमण कराया गया बल्कि व्यावहारिक प्रशिक्षण के उद्देश्य से स्वयं के हाथो से विभिन्न गतिविधियों को सम्पन्न करने का अवसर भी प्रदान किया गया ।

Exit mobile version