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100 रुपये के स्टाम्प पर एग्रीमेंट के बाद हुई शादी, 10 दिन बाद मौसाजी की मौत का बहाना बना नकदी और गहने लेकर फरार हुई दुल्हन

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24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। कानोड़ थाना क्षेत्र में शादी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। एक युवक की शादी कराई गई, लेकिन महज 10 दिन बाद नवविवाहिता नकदी और गहने लेकर फरार हो गई। इस मामले में पीड़ित युवक ने गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई है।

जानकारी के अनुसार, अरनिया कानोड निवासी पंकज खारोल पुत्र छोगालाल खारोल ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसकी पहली शादी करीब 9 साल पहले कमला पुत्री भगवानलाल खारोल (निवासी आमेट, राजसमंद) से हुई थी। हालांकि, करीब 5 साल पहले कमला किसी अन्य व्यक्ति के साथ भाग गई। इसके बाद, गांव के ही मांगीलाल गुर्जर (पुत्र हीरालाल) ने उसे दूसरी शादी कराने का प्रस्ताव दिया।

20 जनवरी को मांगीलाल गुर्जर एक युवती को लेकर आया और शादी करवाने की बात कही। युवती का नाम ललिताबाई पुत्री सोहनलाल अग्रवाल (निवासी घोड़ा पतला, रतलाम, मध्यप्रदेश) बताया गया। शादी के समय कैलाश देवड़ा (पुत्र लालसिंह देवड़ा), सुनील देवड़ा (निवासी खेरखुटां, शिवगढ़, रतलाम), दिलखुश भाटी (निवासी अंबाव, पीपलीमंडी) समेत अन्य दो लोग बोलेरो गाड़ी से आए थे।

पीड़ित के अनुसार, उसके पिता और मांगीलाल गुर्जर की उपस्थिति में 100 रुपये के स्टांप पर एग्रीमेंट कर शादी संपन्न करवाई गई। इस विवाह में कैलाश देवड़ा ने 1.50 लाख रुपये लिए, जबकि 30 हजार रुपये अन्य खर्च में गए।

शादी के बाद ललिताबाई करीब 10 दिन तक सामान्य रूप से रही, लेकिन फिर उसने बहाना बनाया कि उसके मौसाजी का निधन हो गया है। इसके बाद पंकज अपनी पत्नी और बच्चे को लेकर जावरा गया, जहां ललिताबाई ने स्नान करने का बहाना बनाया और अचानक लापता हो गई। वह घर से नकदी और गहने समेत कुल 1.50 लाख रुपये कीमती सामान लेकर फरार हो गई।

पीड़ित ने काफी खोजबीन की, लेकिन ललिताबाई का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद उसने कानोड़ थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

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