24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी, महान शिक्षाविद् और ‘एक देश में दो निशान, दो प्रधान, दो विधान नहीं चलेंगे’ का नारा देने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर रविवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिलेभर के मंडलों और बूथ स्तर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए।
राणा प्रताप मंडल के वार्ड 63 की ओर से कालकामाता रोड चौराहे पर कार्यकर्ताओं ने मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर पूर्व गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित था। वे जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने के प्रबल पक्षधर थे। 1950 के दशक में जब जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के लिए अनुच्छेद 370 लागू किया गया, तब मुखर्जी ने उसका खुलकर विरोध किया। उनका मानना था कि यह भारत की एकता को कमजोर करने वाला कदम है।
चौधरी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का दिया नारा आज भी उतना ही प्रासंगिक है और देश की अखंडता के लिए युवाओं को उनके बलिदान और विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में मंडल उपाध्यक्ष नितिन जैन, मंडल कार्यसमिति सदस्य भरत वैष्णव, युवा मोर्चा मंडल महामंत्री चेतन वैष्णव, नरेश वैष्णव, जिला मीडिया प्रभारी कृष्णकांत कुमावत, भरत मेघवाल, सुरेश रावत, अशोक जोशी, लक्ष्मीलाल, रोशन, ललित, जगदीश, सुरेश चित्तौड़ा, नरेंद्र, मनोज वैष्णव, अशोक सिंह, सोनू व्यास, विष्णु माहेश्वरी, शानू भाई, मनोज भोई, मनोज सुथार, अंकुर सहित वार्ड के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र के लिए उनके योगदान को नमन किया।

