24 News Update निंबाहेड़ा। श्रीमद् देवी भागवत सप्ताह कथा के दूसरे दिन की कथा के अंतर्गत व्यासपीठ से गुरुदेव योगेश्वर मोहनलाल शास्त्री ने बताया कि आद्या शक्ति जगज्जननी माता जगदम्बा ही महालक्ष्मी, सरस्वती, महाशक्ति दुर्गा आदि अनेक रूपों में प्रकट होकर संसार का पालन पोषण और रक्षा करती हैं। भक्तिरस की धारा बहाते हुए संतश्री ने लक्ष्मी, महालक्ष्मी तथा अलक्ष्मी की सुन्दर व्याख्या करते हुए अर्जित लक्ष्मी को परोपकार में लगाने की प्रेरणा दी। कॉलेज रोड स्थित पारसभवन में स्व नंदूबाई एवं स्व चुन्नीलाल प्रजापत की पुण्य स्मृति में प्रजापत परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय साप्ताहिक कथा में श्रोतागण भावविभोर होकर झूम उठे। आयोजक रमेशचन्द्र प्रजापत के अनुसार भागवत कथा 19 अप्रैल को कलश यात्रा से आरंभ हुई, जो 25 अप्रैल तक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक होगी। इस कथा में रतलाम के प्रख्यात पं योगेश्वर शास्त्री श्रीमद् देवी भागवत का अमृतपान करवा रहे हैं। प्रजापत ने आधिकाधिक संख्या में भक्तजनों को कथा लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया हैं। कथा प्रसाद की व्यवस्था राजमल प्रजापत की ओर से रहीं।
कॉलेज रोड़ स्थित पारस भवन में भागवत कथा कलशयात्रा के साथ प्रारंभ, श्रीमद् भागवत कथा में पं शास्त्री ने अर्जित लक्ष्मी को परोपकार में लगाने की दी प्रेरणा

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