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मंडोर एक्सप्रेस में विदेशी पर्यटकों के बैग चोरी, प्रथम श्रेणी की सुरक्षा पर उठे सवाल

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24 News Update जोधपुर। दिल्ली से जोधपुर आ रही मंडोर एक्सप्रेस में बीती रात एक बड़ी चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां प्रथम श्रेणी (फर्स्ट एसी) में यात्रा कर रहे विदेशी पर्यटक परिवार के दो बैग चोरी हो गए। आमतौर पर सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इस डिब्बे में चोरी की वारदात से रेलवे प्रशासन भी स्तब्ध है। घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ हरकत में आई हैं और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जयपुर से जोधपुर के बीच चोरी का खुलासा
जानकारी के अनुसार, यह इटली का पर्यटक परिवार भारत भ्रमण पर आया था और बुधवार की सुबह मंडोर एक्सप्रेस से जोधपुर पहुंचा। जयपुर स्टेशन पार करने के बाद जब परिवार के सदस्य जागे, तो उन्होंने पाया कि उनके दो बैग गायब हैं। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना ट्रेन में मौजूद टीटीई को दी, जिसके बाद आरपीएफ कर्मी मौके पर पहुंचे। ट्रेन के जोधपुर पहुंचते ही पीड़ितों ने जीआरपी थाने में मामला दर्ज कराया।
बैग में थे पासपोर्ट, नकदी और इलेक्ट्रॉनिक सामान
चोरी हुए बैगों में महत्वपूर्ण दस्तावेज, पासपोर्ट, 2100 यूरो (करीब 2.10 लाख रुपये), एप्पल एयरपॉड्स, एप्पल पेंसिल, टैबलेट और अन्य जरूरी सामान था। यह सब कैबिन ‘क्’ में रखा हुआ था, जहां मां और बेटा सो रहे थे। यह प्रथम श्रेणी का प्राइवेट कैबिन था, जिसका दरवाजा अंदर से खुला रह गया था।
रेलवे प्रशासन ने जताया खेद, जांच के निर्देश
रेलवे के सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा स्वयं जोधपुर स्टेशन पर पीड़ित पर्यटक परिवार से मिले और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी। प्रथम श्रेणी में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हमने जीआरपी और आरपीएफ को निर्देश दिए हैं कि जांच में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी।”
जयपुर या दिल्ली-जयपुर के बीच हुई वारदात की आशंका
प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि यह चोरी जयपुर स्टेशन पर या दिल्ली से जयपुर के बीच में कहीं हुई होगी। चूंकि ट्रेन में पर्यटक परिवार के पास दो कैबिन थे और केवल एक कैबिन से ही बैग चोरी हुआ, इससे अंदेशा है कि चोरों ने पूरी योजना के साथ वारदात को अंजाम दिया।
बढ़ते सवालः क्या एसी प्रथम श्रेणी भी सुरक्षित नहीं?
रेलवे में एसी प्रथम श्रेणी को सबसे सुरक्षित श्रेणी माना जाता है, जहां प्रवेश भी सीमित होता है। ऐसे में इस वारदात ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। खासतौर पर विदेशी पर्यटकों के साथ हुई यह घटना अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी सवाल खड़े कर रही है। जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीमें सीसीटीवी फुटेज व संदिग्ध यात्रियों की तलाश कर रही हैं। रेलवे अधिकारियों ने सुरक्षा में सुधार और स्टाफ की जवाबदेही तय करने का भरोसा दिलाया है।

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