24 News Update उदयपुर। सलूंबर से पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे और पीएचडी होल्डर आशीष भगोरा (40) ने शनिवार सुबह उदयपुर स्थित अपनी लाइब्रेरी में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना अंबामाता थाना क्षेत्र की है, जहां आशीष ‘जय अंबे डेयरी’ के ऊपर स्थित 24 घंटे खुलने वाली एक निजी लाइब्रेरी का संचालन करते थे। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लाइब्रेरी में मिला शव, गमछे से लगाया फंदा
शनिवार सुबह करीब 7:15 बजे जब कुछ छात्र नियमित अध्ययन के लिए लाइब्रेरी पहुंचे, तो उन्होंने आशीष को आवाज दी। जवाब नहीं मिलने पर जब वे अंदर पहुंचे तो आशीष का शव फर्श पर पड़ा मिला और छत के कुंदे से गमछे का टुकड़ा लटकता दिखाई दिया। छात्रों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जांच जारी, पोस्टमॉर्टम के बाद होगा स्पष्ट
अंबामाता थाना प्रभारी मुकेश सोनी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है। प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या की पुष्टि हुई है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के पीछे की सटीक वजह सामने आएगी।
70 छात्रों की थी लाइब्रेरी, नियमित संचालन करते थे आशीष
जानकारी के मुताबिक, आशीष एक समर्पित शिक्षार्थी और समाजसेवी थे। उन्होंने इस लाइब्रेरी को जनजातीय क्षेत्र के छात्रों की सुविधा के लिए स्थापित किया था, जहां करीब 70 विद्यार्थी नियमित अध्ययन करते थे। आशीष खुद भी शिक्षा में गहरी रुचि रखते थे और पढ़ाई में बेहद प्रतिभाशाली माने जाते थे।
भाजपा नेताओं ने जताया शोक
घटना की सूचना मिलते ही भाजपा शहर जिला अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रमोद सामर मौके पर पहुंचे। राठौड़ ने आशीष को एक होनहार और संवेदनशील युवा बताया और कहा, “उन्होंने जनजातीय क्षेत्र में कई रचनात्मक कार्य किए। उनके पिता महावीर भगोरा ने भी पार्टी को मजबूत किया। यह दुखद और चौंकाने वाली घटना है, पुलिस को गहराई से जांच करनी चाहिए।”
पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे आशीष भगोरा ने की आत्महत्या: उदयपुर में लाइब्रेरी के कमरे में फंदा लगाकर जान दी, जांच में जुटी पुलिस

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