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युद्ध रूकते ही रॉकेट बना सेंसेक्स, रिकॉर्ड तेजी: 2500 अंकों की छलांग, 82,000 के स्तर पर पहुंचा, निफ्टी में भी 800 अंकों की बढ़त

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24 Nerws Update मुंबई,। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में ऐतिहासिक तेजी दर्ज की गई है। 12 मई को सेंसेक्स 2500 अंक (3.17%) की जोरदार बढ़त के साथ 82,000 के स्तर पर पहुंच गया। यह इस साल की सबसे बड़ी उछाल है। इससे पहले, 15 अप्रैल को सेंसेक्स 1,577 पॉइंट (2.10%) की तेजी के साथ बंद हुआ था। निफ्टी में भी करीब 800 अंक (3.24%) की बढ़त देखी गई, जो 24,800 के स्तर पर पहुंच गया।
बाजार में तेजी के प्रमुख कारण:
सीजफायर से तनाव में कमी: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
कम महंगाई दर की उम्मीद: अप्रैल महीने में महंगाई दर 3% से नीचे रहने की संभावना, जो बाजार के लिए सकारात्मक है।
मजबूत तिमाही नतीजे: MRF, PNB बैंक, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और अडाणी पोर्ट्स जैसी कंपनियों के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे।
विदेशी निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी: विदेशी निवेशकों (FIIs) ने मई में 5,087 करोड़ रुपए की खरीदारी की।
EU के साथ ट्रेड डील: भारत और यूरोपीय यूनियन के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट की 11वीं दौर की बातचीत शुरू हो गई है।
सेंसेक्स और निफ्टी के प्रदर्शन:
सेंसेक्स: 30 में से 29 स्टॉक्स में बढ़त, अडाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक 4.5% तक मजबूत।
निफ्टी: 24,800 के स्तर पर, रियल्टी इंडेक्स में 4.71%, मेटल में 3.40%, सरकारी बैंकों में 2.88% तेजी।
मिड-स्मॉल कैप: मिड-कैप इंडेक्स 2.80% और स्मॉल-कैप इंडेक्स 3.60% चढ़ा।
सोने की कीमत में गिरावट:
सोने की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई है। 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹2,023 गिरकर ₹94,393 पर आ गया है। वहीं, चांदी का भाव ₹191 बढ़कर ₹95,917 प्रति किलो हो गया है।
ग्लोबल मार्केट की स्थिति:
जापान: निक्केई 37,520 पर, मामूली बढ़त।
कोरिया: कोस्पी 2,588 पर, 0.41% ऊपर।
हॉन्गकॉन्ग: हैंगसेंग 23,024 पर, 0.68% तेजी।
चीन: शंघाई कंपोजिट मामूली गिरावट के साथ 3,355 पर बंद।
अमेरिका: डाउ जोन्स 119 अंक गिरकर 41,250 पर, नैस्डेक 17,929 पर मामूली तेजी के साथ बंद।
विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार:
मई में अब तक FIIs ने कैश सेगमेंट में 7,857.23 करोड़ रुपए की और DIIs ने 13,741.45 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की है।
निवेशकों के लिए संकेत:
विश्लेषकों का मानना है कि यदि भारत-पाक संबंधों में शांति बनी रहती है तो भारतीय शेयर बाजार में और मजबूती देखने को मिल सकती है।

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