24 News update नई दिल्ली / उदयपुर। राजस्थान के लिए एक और बड़ी रेल परियोजना को केंद्र सरकार की मंजूरी मिली है। रेलवे ने मारवाड़ जंक्शन से देवगढ़ मदारिया वाया टोडगढ़–रावली तक नई रेल लाइन बिछाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) को स्वीकृति प्रदान की है।
इस नई रेल लाइन की लंबाई करीब 72 किलोमीटर होगी। इसके सर्वे कार्य के लिए 11.75 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। यह रेल परियोजना राजसमंद, उदयपुर, पाली और आसपास के क्षेत्रों को राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा राजस्थान में रेल संपर्कों को सुदृढ़ करने के लिए विशेष पहल की जा रही है। इसी प्रयास के तहत यह नई रेल लाइन राज्य के पर्वतीय और पर्यटन क्षेत्रों को मुख्य रेल मार्गों से जोड़ने की दिशा में एक अहम कदम है।
देवगढ़ मदारिया और टोडगढ़ जैसे ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों तक अब तक पहुंच केवल सड़क मार्ग तक सीमित थी। नई रेल लाइन से इन क्षेत्रों तक रेल मार्ग से पहुंच आसान होगी, जिससे पर्यटन, व्यापार, कृषि और स्थानीय उद्योगों को नई गति मिलेगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा होने के बाद परियोजना की वित्तीय और तकनीकी व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) रेलवे बोर्ड को स्वीकृति हेतु भेजी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले नाथद्वारा–देवगढ़ मदारिया (82 किमी) रेल लाइन के गेज परिवर्तन कार्य पर 969 करोड़ रुपए की लागत से कार्य प्रगति पर है। इन दोनों परियोजनाओं के पूर्ण होने पर क्षेत्र का जयपुर, दिल्ली, उदयपुर, अहमदाबाद और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों से सीधा रेल संपर्क स्थापित हो जाएगा।
रेल मंत्रालय के अनुसार, देश के विभिन्न अंचलों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि क्षेत्रवासियों को अधिकाधिक रेल सुविधाएं और आर्थिक प्रगति के अवसर प्राप्त हो सकें।
देवगढ़ मदारिया से मारवाड़ जंक्शन वाया टोडगढ़–रावली नई रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे को मंजूरी

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