24 News update udaipur. पशुपालन विभाग द्वारा राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को राज्य के गौ तथा भैंस वंशीय पशुओं के लिए एफएमडी (खुरपका-मुंहपका) टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। यह सघन अभियान 18 मार्च से 17 मई तक चलेगा, जिसमें दो करोड़ 32 लाख पशुओं को निःशुल्क टीके लगाए जाएंगे।
सघन टीकाकरण अभियान के निर्देश
शासन सचिव पशुपालन, डॉ. समित शर्मा ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिलों के संयुक्त निदेशकों को माइक्रो लेवल पर टीकाकरण की विस्तृत योजना बनाकर क्रियान्वित करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
डॉ. शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दैनिक टीकाकरण कार्यक्रम बनाकर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें, जिससे अधिक से अधिक पशुपालक इस अभियान से जुड़ें और ज्यादा पशुओं का टीकाकरण हो सके।
वैक्सीन उपलब्धता और प्राथमिकता क्षेत्र
उन्होंने जिलों में स्थित वन्य अभ्यारण्यों और संरक्षित वन क्षेत्रों की 5-10 किमी परिधि में स्थित गांवों को प्राथमिकता देते हुए वन विभाग के अधिकारियों के समन्वय से शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
ईयर टैगिंग और डेटा प्रबंधन
अभियान के तहत पशुओं की टैगिंग, रजिस्ट्रेशन और टीकाकरण का डेटा “भारत पशुधन ऐप” पर अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाएगा। पशुओं में हर्ड इम्यूनिटी सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक है कि निश्चित अवधि में सभी पशुओं का टीकाकरण पूरा हो।
निराश्रित गौवंश का भी होगा टीकाकरण
विभाग के निदेशक डॉ. आनंद सेजरा ने बताया कि गाय और भैंस वंशीय पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोगों से बचाव के लिए यह निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। साथ ही निराश्रित गौवंश का टीकाकरण ग्राम पंचायतों के सहयोग से सुनिश्चित किया जाएगा।
राजस्थान को एफएमडी मुक्त बनाने का लक्ष्य
डॉ. शर्मा ने सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों से शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कर आवंटित लक्ष्यों की प्राप्ति करने की अपील की, जिससे राजस्थान को एफएमडी मुक्त राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ा जा सके।

