24 news Update नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक वकील ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई पर हमला करने की कोशिश की। कोर्ट रूम में मौजूद वकीलों के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि आरोपी वकील ने जूता फेंका, लेकिन वह सीजेआई की बेंच तक नहीं पहुँच सका। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत वकील को पकड़ लिया। कोर्ट से बाहर जाते वक्त आरोपी ने नारा लगाया, “सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान।”
घटना के बाद CJI गवई ने अदालत में मौजूद वकीलों से कहा कि वे अपनी दलीलें जारी रखें और इस घटना से परेशान न हों। उन्होंने कहा, “मैं भी परेशान नहीं हूं, इन चीजों से मुझे फर्क नहीं पड़ता।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी वकील का नाम राकेश किशोर कुमार है। सुप्रीम कोर्ट बार में उनका रजिस्ट्रेशन 2011 का है। माना जा रहा है कि वह मध्य प्रदेश के खजुराहो के जवारी (वामन) मंदिर में भगवान विष्णु की 7 फीट ऊंची खंडित मूर्ति की पुनर्स्थापना पर CJI की टिप्पणियों से नाराज था।
16 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने खंडित मूर्ति की बहाली की याचिका खारिज करते हुए कहा था, “जाओ और भगवान से खुद करने को कहो। तुम कहते हो भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो, जाओ उनसे प्रार्थना करो।”
इस टिप्पणी पर सोशल मीडिया पर विवाद बढ़ा। 18 सितंबर को CJI ने सफाई दी कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से दिखाया गया, और वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी कहा कि सोशल मीडिया में बातें बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई जाती हैं।
वहीं, वीएचपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि न्यायालय न्याय का मंदिर है और सभी का कर्तव्य है कि अदालत में और बाहर अपनी वाणी पर संयम रखें।
सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश, नारा लगाया, “सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान

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