24 News Update udaipur. रविवार को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के वाणिज्य महाविद्यालय में B.Com 1975 बैच के पूर्व छात्रों का एलुमनाई मीट बड़े उत्साह और उल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने किया, जिन्होंने विश्वविद्यालय के योगदान और पूर्व छात्रों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
डीन प्रो. बी. एल. वर्मा ने सभी आगंतुकों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन पुरानी यादों को संजोने और विश्वविद्यालय के साथ संबंधों को मजबूत करने का एक विशेष अवसर है। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र अपने-अपने क्षेत्रों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं और समाज में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस अवसर पर ADSW डॉ. शैलेन्द्र सिंह राव ने कार्यक्रम का संचालन किया और पूर्व छात्रों की उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
इस एलुमनाई मीट में प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने सभी पूर्व छात्रों को वाणिज्य महाविद्यालय का भ्रमण कराया, जिससे उन्हें अपने पुराने दिनों की यादें ताज़ा करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के इन पूर्व छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल की है और वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं।
कार्यक्रम के दौरान सभी पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और कॉलेज के दिनों की यादें ताजा कीं। इस दौरान उन्होंने अपने सहपाठियों के साथ पुनर्मिलन का आनंद लिया और भविष्य में इस तरह के और भी कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।
एलुमनाई का योगदान
इस अवसर पर पवन चापलोट, भागवत नागोरी, दिलीप गढ़िया, के.एल. व्यास, महेंद्र जैन, महेंद्र मेहता, राजकुमार चौधरी, विनोद रासेवत, राज बोरदीया, सुरेश सोमानी, ओमप्रकाश धूपर, दिलीप पांडे, गणपत जैन, श्याम भदादा, प्रेम खमसेरा, हिम्मत जी और निराला जी सहित कई पूर्व छात्रों ने भाग लिया।
सभी एलुमनाई सदस्यों ने विश्वविद्यालय को ग्लो साइन बोर्ड उपहार स्वरूप प्रदान किया, जिससे महाविद्यालय की पहचान और अधिक स्पष्ट होगी। इस दौरान सभी ने भविष्य में भी सहयोग करने और फिर मिलने की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम का समापन सभी पूर्व छात्रों द्वारा स्मृति चिह्नों और फोटो सेशन के साथ किया गया, जिसमें उन्होंने एक-दूसरे के साथ यादगार क्षण साझा किए। अंत में, सभी ने इस तरह के कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की, ताकि विश्वविद्यालय और पूर्व छात्रों के बीच का यह संबंध और भी मजबूत हो सके।

