24 News update national desk
अहमदाबाद। कभी-कभी किस्मत भी अनजाने में जीवनदान दे जाती है। ऐसा ही हुआ भरूच की रहने वाली भूमि चौहान के साथ, जिनकी जान महज 10 मिनट की देरी ने बचा ली। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 12 जून को हुए भीषण विमान हादसे में जहां 241 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं ट्रैफिक में फंसने के कारण भूमि उस फ्लाइट में सवार नहीं हो पाईं और मौत के मुंह से लौट आईं।
भूमि दो साल बाद भारत आई थीं और 12 जून को लंदन लौटने वाली थीं। लेकिन ट्रैफिक ने उनकी जिंदगी बचा दी।
“जब प्लेन गिरा, मैं एयरपोर्ट के गेट पर थी”
भूमि ने बताया कि
“फ्लाइट दोपहर 1:10 बजे थी। बोर्डिंग दोपहर 12:10 पर बंद हो गई थी और मैं 12:20 पर एयरपोर्ट पहुंची। मैंने अधिकारियों से हाथ जोड़कर कहा कि बस चेक-इन कर लूं, मगर उन्होंने मना कर दिया। मुझे बहुत गुस्सा और दुख भी हुआ था।”
कुछ देर बाद जब प्लेन हादसे की खबर आई, तो भूमि एयरपोर्ट के गेट पर ही थीं। हादसे की खबर सुनते ही उनके होश उड़ गए और वे कांपने लगीं। उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा किया कि देर होने के कारण उनकी जान बच गई।
दुर्घटनाग्रस्त फ्लाइट में 230 यात्री थे
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर) अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। विमान में
- 169 भारतीय,
- 53 ब्रिटिश,
- 7 पुर्तगाली और
- 1 कनाडाई नागरिक सवार थे।
इसके अलावा 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर्स भी विमान में थे। हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, केवल एक यात्री रमेश विश्वास कुमार जीवित बच पाए।
ट्रैफिक जाम ने बचाई ज़िंदगी
भूमि ने कहा, “कभी नहीं सोचा था कि ट्रैफिक में फंसना मेरे लिए वरदान बन जाएगा। उस दिन मैं ट्रैफिक से बहुत परेशान थी, लेकिन अब महसूस होता है कि उसी देरी ने मेरी जिंदगी बचाई।”
वे अब भी इस हादसे की खबर से उबर नहीं पाई हैं और लगातार अपने पति व परिवार से संपर्क में बनी हुई हैं।
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