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एसएमएस अस्पताल में छत गिरने की घटना पर एक्शन: दोषी अधिकारी हटाए गए, जयपुर सीएमएचओ को भी पद से हटाया गया

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24 News Update जयपुर | जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में सर्जरी वार्ड की छत गिरने की गंभीर घटना पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार देर रात दोषी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया। वहीं, लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) द्वितीय डॉ. हंसराज बधालिया को भी हटा दिया गया है।
1 मई को हुआ था हादसा, दो मरीज घायल
गुरुवार सुबह एसएमएस अस्पताल के सर्जरी विभाग के 3H वार्ड की छत का एक बड़ा हिस्सा गिर गया था। हादसे में दो मरीज गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें एक के चेहरे पर कई जगह कट लगने से तत्काल ऑपरेशन करना पड़ा। दूसरे मरीज को भी चेहरे पर टांके लगाने पड़े।
सीएम ने जताई नाराजगी, चिकित्सा शिक्षा सचिव पहुंचे अस्पताल
हादसे की जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुंची, जिसके बाद उन्होंने चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में तीखी नाराजगी जाहिर की। समीक्षा के बाद चिकित्सा शिक्षा सचिव अंबरीश कुमार ने एसएमएस अस्पताल का दौरा कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद कार्रवाई का सिलसिला शुरू हुआ।
तीन अधिकारी हटाए गए, मूल विभाग में भेजा गया
मुख्य लेखाधिकारी सियाराम मीणा को वित्तीय लापरवाही का दोषी मानते हुए हटाया गया।
PWD की AEN अंजू माथुर, जिनके अधीन अस्पताल का रखरखाव था, उन्हें भी हटा दिया गया।
मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉ. राशिम कटारिया, जो PWD से समन्वय के लिए जिम्मेदार थे, को भी पद से हटा दिया गया।
जयपुर सीएमएचओ द्वितीय भी पद से हटाए गए
डॉ. हंसराज बधालिया के खिलाफ लंबे समय से कार्यक्षमता और भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं। आरोप हैं कि वे न तो पीएचसी और सीएचसी की नियमित निगरानी कर रहे थे और न ही जनप्रतिनिधियों या आमजन के फोन उठाते थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उन्हें हटाकर उनके स्थान पर डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सुरेन्द्र गोयल को अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया है।
सीएमएचओ प्रथम भी विवादों में घिरे
जयपुर सीएमएचओ प्रथम डॉ. रवि शेखावत पर भी टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी और विभागीय मिलीभगत के आरोप हैं। हालांकि, उनके राजनीतिक संरक्षण के चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि उन्हें पूर्व में कोर्ट के निर्देश पर हटाया गया था, लेकिन मंत्री की सिफारिश पर पुनः पदभार दिया गया।

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