24 News Update उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शनिवार को विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कुलसचिव को ज्ञापन सौंपकर अनियमितताओं पर त्वरित कार्यवाही की मांग की।
एबीवीपी ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने तुगलकी आदेश जारी कर पूर्व छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी है, जबकि पूर्व छात्र विश्वविद्यालय का अभिन्न हिस्सा होते हैं। यह निर्णय प्रशासन की तानाशाही को दर्शाता है, इसलिए इसे तुरंत वापस लिया जाए।
एबीवीपी इकाई अध्यक्ष प्रवीण टाक ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी निलंबन आदेश जांच समिति के तीन सदस्यों की असहमति के बावजूद थोपे गए हैं। आरोप है कि यह निर्णय द्वेषवश दबाव डालकर कराया गया है। परिषद ने मांग की कि निलंबन आदेश तुरंत रद्द किए जाएं तथा संबंधित जिम्मेदार अधिकारी को पद से हटाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
इकाई सचिव गौतम बंधु ने कहा कि कुलगुरु के विरुद्ध बनी जांच समिति को आवश्यक दस्तावेज अब तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। इसमें जानबूझकर देरी की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद से सेमेस्टर लगातार विलंब से चल रहे हैं, जिससे छात्रों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।
एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही कार्यवाही नहीं हुई तो परिषद उग्र आंदोलन करेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का लगाया आरोप, सौंपा ज्ञापन, छात्रों के निलंबन आदेश रद्द करने व प्रवेश रोक हटाने की मांग

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