24 News Update नई दिल्ली। राजस्थान और गुजरात समेत कई राज्यों में टाटा हैरियर कारों की सिरफिरे तरीके से चोरी करने वाला गिरोह वड़ोदरा क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के दो मुख्य सदस्य रतन सिंह और दिलीप सिंह हैं। आरोपियों के पास से चोरी में इस्तेमाल होने वाले स्पेशल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सेंसर चाबी, मास्टर की, वायर कटर और फास्ट टैग कार्ड बरामद किए गए हैं।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरोह कार चोरी के लिए तकनीक का इस्तेमाल करता था। रतन सिंह ने बताया कि वह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से कार के सायरन और सेंसर को नियंत्रित करता था और महज 1 मिनट में कार को अनलॉक और स्टार्ट कर देता था। इससे चोरी इतनी तेज़ और पेशेवर तरीके से होती थी कि आसपास के लोग और सीसीटीवी कैमरे भी घटना को पकड़ नहीं पाते थे।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, रतन सिंह और दिलीप सिंह ने पिछले डेढ़ साल में राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा सहित 70 से अधिक महंगी कारें चोरी की हैं। चोरी के बाद कारों को राजस्थान में दिलीप सिंह को बेचा जाता था, जो इन्हें आगे अवैध रूप से बेच देता था।
चोरी का तरीका
पुलिस ने बताया कि गिरोह कारों की रैकी करता था। रतन सिंह शहर के अलग-अलग इलाकों में घूमकर या होटलों में ठहरकर टारगेटेड कारों की पहचान करता था। चोरी से पहले वह कार के डोर पर लगे सायरन के वायर को काट देता ताकि अलार्म नहीं बजे। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से सेंसर एक्टिव करके कार को स्टार्ट करता। उसके पास हमेशा चोरी के लिए मास्टर की, फोर-व्हीलर सेंसर चाबी, डिसमिस और वायर कटर रहती थी।
गिरफ्तार और बरामदगी
वड़ोदरा क्राइम ब्रांच ने मुखबिर और तकनीकी सूचना के आधार पर 24 घंटे की निगरानी के बाद रतन सिंह को पकड़ लिया। इसके बाद राजस्थान जाकर दिलीप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के अलावा टाटा हैरियर की आरसी बुक, फास्ट टैग कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, नकद और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए हैं।
आरोपी का प्रोफाइल
रतन सिंह उर्फ शेरसिंह मीणा अकेला रहता था। उसके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। दिलीप सिंह उर्फ कुंज गुर्जर भी परिवार के साथ रहता है। दोनों आरोपी पहले भी चोरी और लूट के मामलों में पकड़े जा चुके हैं। रतन सिंह ने स्वीकार किया कि इन कारों की चोरी केवल शौक और पैसों के लिए की जाती थी। पुलिस अब अन्य राज्यों में हुई चोरी की वारदातों की गहन जांच कर रही है और गिरोह से और जानकारी जुटा रही है।

