24 News Udpate उदयपुर, 10 दिसंबर। दिव्यांगजन के उपचार, पुनर्वास और सामाजिक सशक्तिकरण को समर्पित नारायण सेवा संस्थान ने अपनी चार दशक लंबी सेवा यात्रा में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ते हुए ‘वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी – मानवता का संसार’ नामक विशाल सेवा परिसर को साकार कर दिया है। यह भवन सिर्फ कंक्रीट की दीवारें नहीं, बल्कि संवेदना, आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं और आत्मनिर्भरता के संकल्प का जीवंत प्रतीक है।
बुधवार को मीडिया प्रतिनिधियों ने इस बहुमंजिला हॉस्पिटल परिसर का अवलोकन किया। इस दौरान संस्थान ट्रस्टी देवेंद्र चौबीसा, मीडिया प्रभारी विष्णु शर्मा हितैषी और जनसंपर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ मौजूद रहे।
8 फरवरी 2020 को हुआ संकल्प… अब आकार ले चुका है ‘मानवता का संसार’
भूमि पूजन के समय लिया गया यह संकल्प—
“दिव्यांगजन को उपचार से पुनर्वास तक की हर सुविधा एक ही छत के नीचे मिले”—
महामारी जैसे कठिन दौर में भी रुका नहीं। निर्माण कार्य लगातार जारी रहा, क्योंकि यह भवन किसी परियोजना का हिस्सा नहीं, बल्कि जीवन बदलने वाला मिशन था।
11 मंजिला, 2.40 लाख वर्ग फीट में फैला आधुनिक सेवा परिसर
ये भवन विशालता, आधुनिकता और संवेदनशीलता का अद्भुत संगम है।
पूरी इमारत वातानुकूलित है, अत्याधुनिक मशीनों और नैदानिक तकनीकों से सुसज्जित है। यहां मौजूद प्रमुख सुविधाएं—
🔹 450 बेड का अत्याधुनिक अस्पताल
🔹 दो मॉडर्न ऑपरेशन थिएटर – हड्डी, पोलियो, क्लबफुट व अन्य जटिल सर्जरी
🔹 फिजियो एवं रिहैबिलिटेशन सेंटर – प्रत्येक लाभार्थी के लिए व्यक्तिगत योजना
🔹 कृत्रिम हाथ-पैर व ऑर्थोटिक उपकरण निर्माण केंद्र
🔹 स्वरोजगार-आधारित प्रशिक्षण केंद्र
(मोबाइल रिपेयरिंग, कंप्यूटर, फैशन डिजाइनिंग, टेलरिंग, मैकेनिकल स्किल आदि)
🔹 विशेष योग्य बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय
शिक्षा, आहार, उपचार और मनोवैज्ञानिक सहयोग—सब एक ही स्थान पर।
और सबसे विशेष—
इन सभी सेवाओं का लाभ पूर्णतः निःशुल्क।
सर्जरी से लेकर कृत्रिम अंग, रहने-भोजन से लेकर प्रशिक्षण—सब संस्थान की परंपरा के अनुरूप बिना किसी शुल्क के।
ग्रीन बिल्डिंग और हाई-टेक सुविधाओं का अद्वितीय केंद्र
नई बिल्डिंग को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
यहाँ शामिल हैं—
- ग्रीन व सस्टेनेबल बिल्डिंग
- सोलर पावर प्लांट
- RO वॉटर सिस्टम
- CP पार्क — विशेष थेरेपी ज़ोन
- 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी
- बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम
- एक्सेस कंट्रोल सिस्टम
- NABH मान्यता प्राप्त हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर
- मॉड्यूलर OT
- लेजर बेस्ड डायग्नोसिस
- सेंट्रल फैब्रिकेशन यूनिट
- CAD-CAM टेक्नोलॉजी
- हॉट वॉटर जनरेटर व एडवांस WTP
“यह भवन अवसरों का द्वार है, उपचार का केंद्र भर नहीं” – अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल
अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया—
“हमारा उद्देश्य है कि दिव्यांगजन बोझ नहीं, समाज के विकास के सहभागी बनें। यहाँ आने वाला हर व्यक्ति यह विश्वास लेकर जाएगा कि वह समर्थ है और जीवन को नई दिशा दे सकता है।”
यह केंद्र हर वर्ष हज़ारों दिव्यांगजनों को जीवन बदलने वाली सुविधाएं प्रदान करेगा—
कृत्रिम अंग, कैलिपर्स, पुनर्वास, कौशल प्रशिक्षण और शिक्षा—सभी एक ही स्थान पर।
मानव सेवा की 40 साल की यात्रा, आने वाले 25 वर्षों का भविष्योन्मुखी लक्ष्य
संस्थान संस्थापक कैलाश मानव ने समाज को धन्यवाद देते हुए कहा—
“1985 से शुरू हुई सेवा अब देश-विदेश तक पहुँच चुकी है। हमारा लक्ष्य है कि मानवता की यह रोशनी हर ज़रूरतमंद तक पहुँचे।”
संस्थान ने अगले 25 वर्षों के लिए बड़े लक्ष्य घोषित किए—
आगामी संकल्प
- 7,02,000 नि:शुल्क शल्य क्रियाएँ
- 9,36,000 दिव्यांगजन को हर वर्ष सहायक उपकरण
- 2,34,000 कृत्रिम अंगों का निर्माण एवं वितरण
- 2,550 दिव्यांग जोड़ों के विवाह
- 50 सामूहिक विवाह समारोह
- 1250 NGO का सहयोग
- 98 लाख से अधिक फिजियोथेरेपी उपचार
- 400 निःशुल्क सेवा केंद्र (हर वर्ष 15 नए केंद्र)
- 300 P&O वर्कशॉप्स
- 4500 चिकित्सा शिविर
- 6000 नई शाखाएँ
- 1 करोड़ से अधिक लोगों को भोजन व राशन
- 7500 लोगों को कौशल प्रशिक्षण
मानवता का संसार – सिर्फ सेवा नहीं, भविष्य निर्माण का केंद्र
‘वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी’ उदयपुर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए दिव्यांगजन सेवा का सबसे बड़ा केंद्र बनने जा रहा है।
यह भवन यह संदेश देता है कि—
जहाँ करुणा और कर्म मिलते हैं, वहाँ नई संभावनाएँ जन्म लेती हैं।
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