24 News Update उदयपुर। सेक्टर-4 स्थित नारायण सेवा संस्थान की बहुमंजिला इमारत के पांचवें फ्लोर पर सोमवार देर रात करीब 1 बजे अचानक भीषण आग लग गई। आग शॉर्ट सर्किट से लगी बताई जा रही है। इस फ्लोर पर संस्थान का मुख्य कार्यालय संचालित होता है। गनीमत रही कि घटना के समय नाइट शिफ्ट में काम कर रहे 10 कर्मचारी समय रहते बाहर निकल गए, जिससे किसी की जान नहीं गई।
लपटों और धुएं से मचा हड़कंप, कर्मचारी जान बचाकर भागे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही 5वें फ्लोर पर आग लगी, एक कर्मचारी ने लपटें देखीं और तुरंत चिल्लाते हुए अन्य कर्मचारियों को सतर्क किया। सभी ने तेजी से सीढ़ियों से नीचे भागकर जान बचाई। इस दौरान अफरा-तफरी मच गई। बाहर से लोगों ने इमारत की खिड़कियों से उठती लपटें और घना धुआं देखा, जिससे आसपास भीड़ जमा हो गई।

फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस ने पूरी रात चलाया रेस्क्यू
रात करीब 1:30 बजे फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने का काम सुबह तक लगातार चलता रहा। मंगलवार सुबह करीब 8 बजे आग पर काबू पाया जा सका। सिविल डिफेंस के जवान ब्रीदिंग एयर मशीन पहनकर बिल्डिंग के भीतर दाखिल हुए और आग पर नियंत्रण पाने के प्रयास में जुटे।
10 दमकलें मंगाई गईं, लाखों का सामान जलकर खाक
संस्थान की 5वीं मंजिल पर करीब 3 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्र में कार्यालय स्थित है। आग लगने से ऑफिस का पूरा फर्नीचर, अलमारी, एलईडी स्क्रीन, एसी कम्प्रेसर, दस्तावेज और जरूरी फाइलें पूरी तरह जलकर नष्ट हो गईं। प्राथमिक अनुमान के अनुसार लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। आग इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग को 10 फायर टेंडर मंगवाने पड़े। संस्थान की इस बिल्डिंग के ग्राउंड से लेकर चौथे फ्लोर तक की दुकानों को किराए पर दिया गया है। हादसे के वक्त सभी दुकानें बंद थीं और केवल 5वें फ्लोर पर नाइट शिफ्ट में कर्मचारी कार्यरत थे। यदि आग नीचे तक फैलती या दुकानें खुली होतीं, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।
बिजली व्यवस्था और सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना के बाद शॉर्ट सर्किट को आग का कारण माना जा रहा है। ऐसे में संस्थानों और बहुमंजिला इमारतों में बिजली व्यवस्था, फायर सेफ्टी और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
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