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बड़गांव में 18 जनवरी को होगा विराट हिन्दू सम्मेलन, आरएसएस शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित हो रहा है भव्य आयोजन

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24 News Update उदयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर हिन्दुत्व, भारतीय मूल्यों और राष्ट्रभाव को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से बड़गांव में 18 जनवरी 2026 को विराट हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। आयोजन को वृहद और प्रभावी रूप देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
सम्मेलन की रूपरेखा तय करने के लिए रविवार को प्रताप गौरव केन्द्र में बैठक आयोजित हुई। बैठक में सम्मेलन समिति के अध्यक्ष ओमशंकर श्रीमाली (पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी) और संयोजक डॉ. जगदीश बिश्नोई के नेतृत्व में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा।
बैठक में विभाग प्रचारक धनराज, प्रताप गौरव केन्द्र के निदेशक अनुराग सक्सेना और रामेश्वर आमेटा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके साथ ही गेहरीलाल शर्मा, डॉ. अनिल मेहता, दिनेश शर्मा, दीपक शर्मा, अशोक शर्मा, प्रफुल्ल श्रीमाली, भावप्रकाश श्रीमाली, भंवर सिंह राठौड़, खूबीलाल सुथार, डॉ. नीरू श्रीमाली, डॉ. कपिल श्रीमाली सहित कई गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
बैठक में विराट हिन्दू सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए लगभग 100 सदस्यों की आयोजन समिति का गठन किया गया। प्रचार-प्रसार और जनसंपर्क को प्रभावी बनाने के लिए पीले चावल, पत्रक और स्टीकर वितरण का निर्णय लिया गया। बड़गांव क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनियों एवं बस्तियों तक निमंत्रण पहुंचाने के लिए 50 टोलियों का गठन किया जाएगा। ये टोलियां घर-घर संपर्क कर लोगों को सम्मेलन में सहभागी बनने का आमंत्रण देंगी। इसके साथ ही बड़गांव क्षेत्र में भगवा पताकाएं और बड़े होर्डिंग लगाए जाएंगे।
सम्मेलन से पूर्व 16 जनवरी 2026 को वाहन रैली का आयोजन होगा, जो प्रताप गौरव केन्द्र से प्रारंभ होकर बड़गांव पंचायत समिति पर समाप्त होगी। वहीं 18 जनवरी को सम्मेलन के दिन 2100 महिलाओं की सहभागिता से कलश यात्रा निकाली जाएगी। कार्यक्रम में भारत माता की भव्य झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगी, साथ ही अन्य सांस्कृतिक झांकियां भी प्रस्तुत की जाएंगी, जिसके लिए पृथक झांकी उपसमिति का गठन किया गया है। बैठक में सर्वसम्मति से यह संकल्प व्यक्त किया गया कि आरएसएस के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित यह विराट हिन्दू सम्मेलन राष्ट्रभक्ति, हिन्दुत्व और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को सशक्त करने वाला एक प्रेरणास्पद एवं ऐतिहासिक आयोजन सिद्ध होगा।

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