24 न्यूज अपडेट उदयपुर। प्रार्थिया पदमा मेघवाल निवासी प्रतापपुरा, पुलिस थाना सुखेर, जिला उदयपुर ने 10 मई को रिपोर्ट पेश की कि दिन में 2 बजे से 6.30 बजे के बीच मेंघर पर कोई नहीं था। जब घर पर 6.30 बजे आयी थी तो घर का सारा सामान बिखरा पड़ा मिला ओर अलमारी मे रखी मेरी ज्वैलरी जिसमे लगभग 1 किलो से अधिक चादी एवं 5 से 6 तोला सोने की ज्वेलरी नहीं मिली। मैं जब घर मे आयी थी तब देखा कि एक कमरे की खिडकी तोड रखी थी एव एक कमरे का ताला तोड रखा था एव अलमारी का ताला भी खुला हुआ था । इस प्रकार अज्ञात चोरों ने ताला तोडकर चोरी कर ली। वगैरा रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। इस प्रकार हुए दिन दहाडे घटित हुई नकबजनी की घटना के प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए योगेश गोयल, जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर ने मामले के त्वरित अनुसंधान व घटना में लिप्त बदमाशों का पता लगाने के निर्देश प्रदान किये। निर्देशों की पालना में उमेश ओझा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उदयपुर,कैलाशचन्द्र खटीक वृताधिकारी वृत नगर पश्चिम जिला उदयपुर के सुपरविजन मे हिमाशुसिंह राजावत पु. नि. थानाधिकारी थाना सुखेर के निर्देशन मे थाने की टीम गठित की गई । थानाधिकारी के नेतृत्व में थाने की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुएघटनास्थल पर पहुंच कर अभियुक्तों का पता लगाने का प्रयास करना शुरू कर दिया। टीम द्वारा मौके पर सीसीटीवी फुटेज, अन्य तकनीकी साधनों तथा मुखबिरों की मदद से अभियुक्तगणों तथा माल मुल्जिमान की तलाश हेतु प्रयास प्रारम्भ कर दिये। टीम द्वारा माल मुल्जिमान का पता लगाया जा रहा था उसी दौरान प्रकरण प्रार्थी के मोबाईल नम्बर पर अज्ञात मोबाईल नम्बर से व्हाट्सअप कॉल आया कि तुम्हारा चोरी गया सामान हमारे पास है। उक्त कॉल करने वाले व्यक्ति ने प्रार्थी के घर से चोरी किये बैग का फोटो भेजा तो प्रार्थी ने भरोसा करके प्रार्थी से 20 हजार रूपये की ठगी कर ली । पुलिस टीम को उक्त ठगी का पता लगने पर पुलिस द्वारा जिस क्यूआर कोड पर ठगी की राशि मंगवाई उसका पता लगाया तो भीम क्षेत्र के किसी ईमित्र संचालक द्वारा बनाना पाया गया। उक्त सूचना पर अनुसंधान करते हुए पुलिस टीम भीम तथा देवगढ गई जहां पर माल मुल्जिमान का पता लगाते हुए अभियुक्तगणों का पता लगया। मुख्य अभियुक्त हरीश सालवी को पकड कर पूछताछ की गई तो जानकारी में आया कि प्रकरण प्रार्थी के घर में किराये पर रहने वाली महिला कंचन सालवी ने अपने परिरचित हरीश सालवी को बुलवा कर उक्त चोरी करवाई है।
उक्त चोरी के बाद मुख्य अभियुक्त हरीश ने इस चोरी की जानकारी अपने परिचित विशाल को दी जिस पर विशाल, नरेन्द्र तथा भूपेन्द्र ने मिलकर प्रार्थी को चोरी गये बैग का फोटो भेजकर ठगी का प्लान बनाया तथा एक क्यूआर कोड जनरेट कर उसको भिजवाया। उक्त क्यूआर कोड पर प्रार्थी से ठगी कर 20 हजार रूपये प्राप्त कर लिये । उक्त घटना पर पुलिस द्वारा तकनीकी अनुसंधान करते हुए अभियुक्तगण का पता लगाकर घटना का पर्दाफाश किया तथा अभियुक्तगणों को गिरफ्तार कर चोरी गये जेवरात बरामद किये।
मामले में गिरफ्तार अभियुक्त :-
1 हरीश उर्फ हिरालाल उर्फ हीरा पिता गहरीलाल सालवी उम्र 25 साल पेशा मजदूरी निवासी
मादा की बस्सी थाना दिवेर जिला राजसंमद, राजसमन्द
- कंचन सालवी पुत्री चुन्नीलाल सालवी उम्र 27 साल पेशा नर्सिग निवासी मादा की बस्सी,
नदासा का गुडा थाना दीवेर जिला राजसंमद - भूपेन्द्र पिता शंकरलाल भाट उम्र 23 साल निवासी खोखतो का बाडीया कामली घाट थाना
देवगढ, तिला राजसमन्द - विशाल कुमार पिता मिश्रलाल भाड उम्र 19 साल निवासी न्यू विजय कॉलानी भीम, जिला
राजसमन्द - नरेन्द्रसिंह पिता उदयसिंह रावत उम्र 24 साल निवासी इन्द्रा कॉलानी भीम जिला राजसंमद

