24 News updateठाणे | मुंबई के मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास सोमवार सुबह भीषण हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 13 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सुबह 9:30 बजे दिवा और कोपर रेलवे स्टेशनों के बीच यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब दो लोकल ट्रेनें आमने-सामने की दिशा में पास से गुज़रीं और उनके गेट पर लटके यात्रियों के बैग आपस में टकरा गए।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मृतकों में ठाणे जीआरपी का एक कॉन्स्टेबल विक्की मुखियाद भी शामिल है। अन्य मृतकों की पहचान केतन सरोज, राहुल गुप्ता और मयूर शाह के रूप में हुई है।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ के चलते कई यात्री ट्रेन के दरवाज़े पर लटककर यात्रा कर रहे थे। जैसे ही विपरीत दिशा से एक अन्य ट्रेन निकली, उनके बैग आपस में उलझ गए, जिससे यात्री संतुलन खो बैठे और नीचे गिर पड़े। हादसे के बाद यात्रियों के फटे कपड़े, बैग, चप्पलें और घड़ियाँ रेलवे ट्रैक पर बिखरी नजर आईं।
GRP कॉन्स्टेबल की भी गई जान
मृतकों में ठाणे सरकारी रेलवे पुलिस का जवान विक्की मुखियाद भी शामिल है। ट्रेन के गार्ड ने घटना की जानकारी तुरंत रेलवे कंट्रोल को दी, जिसके बाद राहत कार्य शुरू किए गए।
गलत सूचना बनी अफ़वाह
शुरुआत में खबर आई थी कि यह हादसा लखनऊ जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस में हुआ है, जो सुबह 8:30 बजे CSMT से रवाना हुई थी। हालांकि बाद में साफ हुआ कि घटना लोकल ट्रेनों से जुड़ी थी।
रेलवे ने दिए तकनीकी सुधार के संकेत
रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि इस त्रासदी के बाद निर्णय लिया गया है कि मुंबई उपनगरीय क्षेत्र की सभी नई लोकल ट्रेनों में ऑटोमैटिक दरवाजे लगाए जाएंगे। पुराने कोचों को भी फिर से डिज़ाइन कर यह सुविधा दी जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के डिप्टी मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “यह हादसा बताता है कि लोकल ट्रेन सेवाओं में यात्रियों की सुरक्षा पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। उम्मीद है रेलवे प्रशासन ठोस कदम उठाएगा।”
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
घायलों से मिले जनप्रतिनिधि
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ठाणे के अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे और इलाज में किसी प्रकार की कमी न होने देने की बात कही।

