24 न्यूज अपडेट, स्टेट डेस्क। पाली शहर में दो दिन से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार सुबह 8 बजे से सोमवार शाम 5 बजे तक महज 36 घंटों में 252 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर डूब गया। सड़कों से लेकर कॉलोनियों और बाजारों तक हर जगह जलभराव की भयावह स्थिति बनी रही। हालात इतने बिगड़ गए कि सोमवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित करनी पड़ी और जिला प्रशासन को भी पानी से घिरी गलियों का जायजा ट्रैक्टर और जेसीबी के जरिए लेना पड़ा।
प्रशासन की बेबसीः कलेक्टर और एसपी निकले ट्रैक्टर से
सोमवार को जिला कलेक्टर एलएन मंत्री और पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट खुद ट्रैक्टर पर सवार होकर शहर के हालात का जायजा लेने निकले। भास्कर टीम भी जेसीबी में सवार होकर अलग-अलग कॉलोनियों में पहुंची, जहां हर जगह बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले।
आदर्श नगर कॉलोनी तीन फीट तक पानी भरा मिला पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख के घर के सामने तक जलभराव देखा। मोची कॉलोनी और बांगड़ अस्पताल क्षेत्र में घरों व दुकानों में पानी घुसा, स्थानीयों की शिकायत- हर साल यही हाल, कोई स्थायी समाधान नहीं पांच मोखा पुलिया इलाका तालाब में तब्दील एक कार पानी में डूबी, बाइकें बंद, सर्वोदय नगर, गोकुलवाड़ी, नया गांव रोड और रेलवे ट्रैक तक जलमग्न हुआ। अंबेडकर नगर में करंट से कैलाश नामक युवक की मौत, दूध लेने निकला था। लोढ़ा स्कूल रोड पर सड़क पर तीन फीट तक पानी, स्विमिंग पूल जैसा नजारा दिखा।
होमगार्ड जवान तैनात, दुर्घटनाओं की आशंका
वीडी नगर और नेशनल पार्क रोड भी पानी में डूबी जेसीबी से इलाके का लिया गया निरीक्षण नया गांव व पठान कॉलोनी गलियों में डेढ़ फीट तक पानी सरकारी स्कूल का मैदान जलमग्न हुआ। सुंदर नगर, ब्रह्म विहार, सूर्या कॉलोनी में भी बाढ़ जैसे हालात रहे।
पाली में 252 मिमी बारिश से शहर बेहालः स्कूल बंद, घरों में भरा पानी, कलेक्टर-एसपी को करना पड़ा ट्रैक्टर सवारी

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