24 न्यूज अपडेट. कोटा। कोटा के रामगंजमंडी में 15 साल पहले गुम हुआ एक बच्चा सातलखेड़ी में मिला। बेटे को देख मां की आंखों से आंसू छलकने लगे। 2009 में परिजनों ने सुकेत थाने में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई थी। बच्चे की तलाशी के लिए पुलिस ने टीमों का गठन किया था और 2 हजार का इनाम घोषित किया था। गुमशुदा हुए राकेश ने बताया कि वो जब 6 साल का था तो दोस्तों के साथ रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन गया। रेलवे की पटरी का टुकड़ा रास्ते में पड़ा हुआ था जो उसने हाथ में उठा लिया। थोड़ी देर बाद ही पुलिस आ गई व उसके पीछे दौड़ी। वह डर गया और स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में बैठ गया। रेलगाड़ी चल पड़ी और कई स्टेशनों पर ट्रेनें बदलते हुए वो हैदराबाद पहुंच गया। वहां पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने पूछताछ की लेकिन राकेश को कुछ समझ नही आया। वो केवल रामगंजमंडी और सातलखेड़ी का नाम जानता था। पुलिस ने उसे एक संस्था को सौंप दिया। वहां रहकर राकेश ने पढ़ाई पूरी की। करीब 3 साल पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन गया। राकेश अब 21 साल का हो गया है। थानाधिकारी के अनुसार बालक को तलाशने के लिए पुलिस लगातार प्रयास करती रही। 2 हजार का इनाम भी घोषित किया गया। टीमों का गठन किया गया था। जो लगातार महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना व अन्य प्रांतों में तलाशने का प्रयास कर रही थी। बालक के हुलिए के आधार पर कई जगह पोस्टर इश्तिहार निकलवाए गए। मुखबिर तंत्र से मेघराज बैरवा उर्फ राकेश के हैदराबाद में होने की जानकारी मिली। हैदराबाद में सम्पर्क कर राकेश को सातलखेड़ी में दस्तयाब किया और परिजनों से मिलवाया।
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