24 न्यूज अपडेट निम्बाहेडा। 4 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों एवं योजनाओं जैसे अमृत-2, सीवरेज, जलापूर्ति, स्वच्छ भारत मिशन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, संचालन एवं संधारण, राजस्य प्रबंधन एवं निवेश को बढ़ावा देने पर विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों एवं अनुभवी अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतियां दी गयी तथा उन पर पैनल डिस्कशन किया गया। जयपुर नगर निगम (ग्रेटर) की आयुक्त श्रीमती रूकमणी रियार ने ठोस कचरा प्रबंधन, अजमेर नगर निगम के आयुक्त श्री देशल दान ने सीवरेज और सीकर नगर परिषद के आयुक्त श्री शशिकांत ने संचालन व
संधारण तथा राजस्व प्रबंधन पर प्रेजेंटेशन दिये।
कार्यक्रम में विश्व बैंक, एडीबी सहित भारत सरकार के 17 अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के अलावा, स्वायत्त शासन विभाग, राज्य के नगर निकाय, जन. स्वा. अभि. विभाग, विभिन्न परियोजनाओं से जुडे अधिकारियों एवं विषय विशेषज्ञों सहित 100 से अधिक लोगों ने भाग लिया। अधिकारियों एवं विशेषज्ञों की टीम ने डेलावास सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट व बीसलपुर- जयपुर पेयजल आपूर्ति लाइन पर बालावाला स्थित पेयजल पम्प हाउस और शहरी ठोस कचरा प्रबंधन हेतु लांगडियावास स्थित वेस्ट टू एनर्जी परियोजना का दौरा किया और कार्यप्रणाली को समझा और राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ इस संबंध में भविष्य की योजनाओं और उनके क्रियान्वयन पर बैठकें की।
आरयूआईडीपी के अतिरिक्त परियोजना निदेशक श्री डी.के.मीणा, डा. हेमन्त कुमार शर्मा, रूडसिको के परियोजना निदेशक (इन्फ्रा) श्री अरूण व्यास, मुख्य अभियंता (एसबीएम) श्री प्रदीप कुमार गर्ग, आरयूआईडीपी के उप परियोजना निदेशक (तकनीकी), श्री कपिल गुप्ता, उप परियोजना निदेशक (प्रशासन) श्री एस.एस. खिडिया, रूडसिको के अधीक्षण अभियन्ता श्री जगन्नाथ बैरवा एवं अन्य विभागों के अधिकारियों व विशेषज्ञों ने कार्यक्रम के दौरान विशेष भूमिका निभाई।

