
24 न्यूज अपडेट, चित्तौडगढ़। मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर, मंडफिया में अमावस्या के दिन दर्शन को उमड़ी भीड़ के दौरान श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज का मामला सामने आया है। इस घटना से जुड़े दो वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें एक में निजी सुरक्षा गार्ड (टाइगर फोर्स) और दूसरे में पुलिसकर्मी द्वारा श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो में क्या दिखा?
पहले वीडियो में मंदिर परिसर में लगी भीड़ के दौरान कुछ श्रद्धालु एग्जिट गेट से जबरन प्रवेश की कोशिश करते नजर आए, जिसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में सुरक्षा गार्डों ने लाठियां चलाईं। इस दौरान दो महिलाएं, एक सुरक्षा गार्ड व कुछ श्रद्धालु गिर पड़े और हल्की भगदड़ की स्थिति बन गई। हालांकि प्रशासन ने स्थिति को जल्द ही काबू में ले लिया।
दूसरे वीडियो में, रात्रि के समय मंदिर के वीआईपी गेट पर कुछ श्रद्धालु गेट खोलने की जिद करते दिखे। समझाइश के बावजूद नहीं मानने पर पुलिस ने बल प्रयोग किया। इसमें भदेसर डिप्टी अनिल शर्मा डंडा हाथ में लिए नजर आए, और लाठीचार्ज के दौरान एक बुजुर्ग श्रद्धालु घायल होकर जमीन पर गिर पड़े।
श्रद्धालुओं में नाराजगी, सोशल मीडिया पर विरोध
इन वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर श्रद्धालुओं और आमजन में नाराजगी देखी जा रही है। मंदिर की व्यवस्था और श्रद्धालुओं के प्रति व्यवहार को लेकर सुरक्षा गार्डों और पुलिस की आलोचना हो रही है।
मंदिर प्रशासन की कार्रवाई
मंदिर मंडल की मुख्य कार्यपालक प्रभा गौतम ने कहा कि वीडियो की सत्यता की जांच करवाई गई, और सही पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की गई। सिक्योरिटी इंचार्ज गुलाब सिंह को नोटिस जारी किया गया है। वीडियो में लाठियां चलाते दिखे दो गार्डों को हटाकर मुख्यालय बुला लिया गया है।
प्रशासन का पक्ष
मंडफिया थाना अधिकारी गोकुल डांगी ने बताया कि उन्हें लाठीचार्ज की कोई पूर्व सूचना नहीं थी। मौके पर पहुंचने पर एक बुजुर्ग श्रद्धालु को घायल अवस्था में पाया, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर बिठाया गया।
वहीं, गृह राज्य मंत्री भी उसी समय मंदिर आने वाले थे, इसलिए प्रोटोकॉल ड्यूटी में व्यस्त रहने के चलते स्थिति नियंत्रण में लाने में समय लगा।
भविष्य के लिए सख्त कदम
प्रभा गौतम ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है। वीडियो की जांच पूरी होने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। श्रद्धालुओं की एंट्री अब जिग-जैग व्यवस्था के तहत की जा रही है ताकि भीड़ में धक्का-मुक्की या भगदड़ की स्थिति न बने। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सुरक्षा व प्रबंधन व्यवस्था को और दुरुस्त किया जाएगा।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.