-थाने व कोर्ट से पहले संगठन करेगा वैवाहिक संबंध बचाने का प्रयास: आकाश बागडी
24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर। विवाह के बाद बढते तलाक और तनाव के मामलों को देखते हुए पहली बार कोई समाज सामूहिक विवाह में क्रांतिकारी कदम उठा रहा है। यह पहल कर रहा है उदयपुर का खटीक समाज राष्ट्रीय संगठन। संगठन के बैनर तले 2 फरवरी बसंत पंचमी को सामूहिक विवाह का आयोजन है और इससे पहले संगठन ने सभी जोडो से 500 रुपए के स्टांप पर यह लिखवा कर लिया है कि 30 साल से पहले पति-पत्नी में किसी भी प्रकार का विवाद होने पर थाना या कोर्ट जाने की बजाए पहले वे संगठन के पास आएंगे, जहां काउंसलिंग से समाधान किया जाएगा।
खटीक समाज राष्ट्रीय संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकाश बागडी ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह करवाने की रचना के दौरान समाज के प्रबुद्द जनों ने यह तय किया कि शादी के बाद तलाक और तनाव बढने के मामलों को कैसे रोका जाए। थाने और कोर्ट में मामला जाने के बाद स्थितियां विपरीत हो जाती है, इसलिए इससे पहले कुछ किया जाना चाहिए। सबकी सहमति के बाद सामूहिक विवाह में शामिल सभी जोडो से स्टांप एग्रीमेंट करने का फैसला किया गया है।
श्री बागडी ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह में 27 जोडो का रजिस्ट्रेशन हुआ है। एग्रीमेंट के तहत सभी 27 जोडो से 500-500 रुपए के स्टांप पर यह एग्रीमेंट किया गया है कि शादी के बाद 30 वर्ष की अवधि तक उनके बीच में किसी भी प्रकार का विवाद होता है और परिस्थितियां तलाक तक आती है तो वे थाना या कोर्ट जाने के बजाए पहले संगठन के पास आएंगे। संगठन के पदाधिकारी मामले को समझेंगे और दोनों पक्षों के साथ बैठकर काउंसलिंग करेंगे। दोनों पक्षों के परिजन भी रहेंगे। संगठन पूरी कोशिश करेगा कि वैवाहिक जीवन बना रहे, लेकिन काउंसलिंग के बाद भी दोनों पक्ष नहीं मानते हैं तो बाद में वे अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र रहेंगे। दुल्हा और दुल्हन से यह एग्रीमेंट अलग-अलग स्टांप पेपर पर करवाया गया है।
दहेज पर अंकुश लगाया: श्री बागडी ने बताया कि समाज ने निर्णय लेकर सामूहिक विवाह को पूरी तरह दहेज मुक्त रखा है। इसमें न कोई दहेज लेगा और न देगा। संगठन की ओर से भी दहेज सामग्री नहीं दी जाएगी।

