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खटीक समाज का आडंबर व दहेज मुक्त पहला सामूहिक विवाह रविवार को, हाथीपोल से निकलेगी बारात

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-खटीक समाज के 27 जोडे विवाह बंधन में बंधेंगे: आकाश बागडी

24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर। खटीक समाज राष्ट्रीय संगठन की ओर से बिना आडंबर और दहेज मुक्त पहला सामूहिक विवाह समारोह रविवार को बसंत पंचमी के मौके पर यहां फतह स्कूल प्रांगण में होगा। खास बात यह भी है कि यह पहला सामूहिक विवाह होगा जिसमें वर-वधु से 30 साल का स्टांप एग्रीमेंट भी किया जा रहा है कि वे तनाव व तलाक के मामले में कोर्ट-थाना जाने से पहले संगठन के पास आएंगे।
खटीक समाज राष्ट्रीय संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकाश बागडी ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार को खटीक समाज के 27 जोडे विवाह बंधन में बंधेंगे।
श्री बागडी ने बताया कि सुबह 11 बजे हाथीपोल चौराहे से बारात रवाना होगी जिसमें सभी 27 दुल्हे घोडी पर और दुल्हनें बग्गी पर सवार होगी। हाथी-घोडों और बैंडबाजों के साथ निकलने वाली बारात में उदयपुर के अलावा संभाग भर से तथा गुजरात व मध्यप्रदेश से समाजजन शामिल होंगे। बारात अश्विनी बाजार, देहलीगेट, बापूबाजार व सूरजपोल होते हुए दोपहर करीब 2 बजे फतह स्कूल स्थित विवाह स्थल पर पहुंचेगी। बारात का पूरे रास्ते में कई जगह सर्व समाज के लोगों द्वारा पुष्प वर्षा द्वारा स्वागत किया जाएगा। जगह-जगह स्वागत द्वार भी लगाए गए हैं। फतह स्कूल में सभी जोडो के लिए अलग-अलग यज्ञ वेदी होगी तथा अलग-अलग पंडित विवाह रस्म पूरी करवाएंगे।
श्री बागडी ने बताया कि खटीक समाज के इस पहले और भव्य सामूहिक विवाह को लेकर समाजजनों में भरपूर उत्साह है। सामूहिक विवाह को लेकर जो निर्णय सर्वसम्मति से किए गए हैं उसको लेकर समाजजनों खासकर महिलाओं ने काफी सराहा है और कहा कि इससे समाज में काफी बदलाव आएगा। श्री बागडी ने बताया कि यह सामूहिक विवाह पूरी तरह दहेज मुक्त होगा जिसमें शामिल जोडो को किसी प्रकार की दहेज सामग्री नहीं दी जाएगी। कई सारे आडंबर से भी इसे मुक्त रखा गया है, ताकि किसी पर भी आर्थिक भार नहीं आए।
साथ ही विवाह के बाद बढते तलाक और तनाव के मामलों को देखते हुए पहली बार कोई समाज सामूहिक विवाह में क्रांतिकारी कदम उठा रहा है। संगठन ने सभी जोडो से 500 रुपए के स्टांप पर यह लिखवा कर लिया है कि 30 साल से पहले पति-पत्नी में किसी भी प्रकार का विवाद होने पर थाना या कोर्ट जाने की बजाए पहले वे संगठन के पास आएंगे, जहां काउंसलिंग से समाधान किया जाएगा।

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