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विद्यापीठ की मातृ संस्था की व्यवस्थापिका की बैठक सम्पन्न, 80 करोड़ का वार्षिक बजट पारित

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24 News Update उदयपुर। राजस्थान विद्यापीठ की मातृ संस्था ‘जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ कुल’ की व्यवस्थापिका एवं साधारण सभा की बैठक बुधवार को प्रतापनगर स्थित कुलपति सचिवालय के सभागार में सम्पन्न हुई। कुल प्रमुख एवं कुलाधिपति भंवरलाल गुर्जर की अध्यक्षता और कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत के मुख्य आतिथ्य में हुई इस बैठक में 2025-26 के लिए 80 करोड़ रुपए का वार्षिक बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया।
बैठक की शुरुआत हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखकर की गई। इसके बाद सभी सदस्यों ने भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई कार्रवाई की सराहना की।
संस्थान का विस्तार और नई योजनाएं
कुलाधिपति भंवरलाल गुर्जर ने बताया कि नवीन सत्र से कुराबड़ स्थित बेमला में पूर्व में संचालित योगिता एजुकेशन सोसायटी को मातृ संस्था ने टेकओवर कर लिया है। यहां विद्यापीठ द्वारा विद्यालय और महाविद्यालय के साथ रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, बैठक में डिफेंस अकादमी खोलने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया, ताकि विद्यार्थियों को रक्षा क्षेत्र में करियर के बेहतर अवसर मिल सकें।
नए पाठ्यक्रम और सुविधाएं
कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने संस्थान की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्थापक जनुभाई ने 1937 में पांच कार्यकर्ताओं और तीन रुपये के बजट से शुरू की गई इस संस्था का आज 80 करोड़ का वार्षिक बजट हो गया है, और 10,000 से अधिक विद्यार्थी नियमित अध्ययनरत हैं। उन्होंने कहा कि नवीन सत्र से विद्यापीठ में चार वर्षीय बीफार्मा पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
इसके साथ ही, नवीन सत्र से एग्रीकल्चर महाविद्यालय में JET परीक्षा के माध्यम से प्रवेश की सुविधा भी होगी। प्रतापनगर परिसर में 120 बेड वाले अत्याधुनिक छात्रावास का निर्माण भी शीघ्र पूरा होने वाला है, जो विद्यार्थियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं प्रदान करेगा।
नवाचार और खेल सुविधाएं
सारंगदेवोत ने बताया कि श्रमजीवी महाविद्यालय परिसर में राजस्थान की सबसे उत्कृष्ट शूटिंग रेंज का निर्माण भी अंतिम चरण में है। यह शूटिंग रेंज आगामी सत्र से शहर के युवाओं को उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका मिलेगा।
सृजनात्मक सुझाव और भविष्य की योजनाएं
बैठक में पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा, डॉ. युवराज सिंह राठौड़, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. ओम पारीक सहित कई सदस्यों ने संस्थान की उन्नति के लिए अपने सृजनात्मक सुझाव प्रस्तुत किए।
विशिष्ट उपस्थितियां
बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. तरुण श्रीमाली, संगठन सचिव प्रवीण गुर्जर, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, डॉ. युवराज सिंह राठौड़, डॉ. धमेन्द्र राजौरा, डॉ. भवानीपाल सिंह राठौड़, डॉ. रविकांत यादव, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. अलका देपड़ा, डॉ. कुलशेखर व्यास, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. संतोष लाम्बा, रामप्रकाश चौहान, डॉ. अमिया गोस्वामी, बीएल डांगी, डॉ. विजय दलाल, उमराव सिंह राणावत, डॉ. मनोज रायल, डॉ. सपना श्रीमाली, डॉ. मधु मुर्डिया सहित कई सदस्य मौजूद थे।

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