शिक्षा के साथ विद्यार्थी जीवन में आत्म मूल्यांकन का विशेष महत्व : डॉ. अमरेश श्रीवास्तव
– डिजिटल प्रौद्योगिकी की विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य के नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. अमेरिका सिंह
24 न्यूज अपडेट, जयपुर। डॉ. अमरेश श्रीवास्तव ने आज निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह से शिष्टाचार भेंटवार्ता की। डॉ. संदीप त्रिपाठी रजिस्ट्रार द्वारा डॉ. श्रीवास्तव का स्वागत किया गया। इस अवसर पर दोनों के मध्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के बेहतरीन मानसिक स्वास्थ्य, मनोवैज्ञानिक नियंत्रण और स्वस्थ्य मनोस्थिति को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। गौरतलब है की मानसिक शक्ति फाउंडेशन के निदेशक एवं विख्यात मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डॉ. अमरेश श्रीवास्तव वेस्टर्न यूनिवर्सिटी लंदन में मनोचिकित्सा के एमेरिटस प्रोफेसर हैं और ओंटारियो, कनाडा में स्थित लॉसन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट में मानसिक स्वास्थ्य के वैज्ञानिक हैं।उन्होंने मुंबई, लंदन यूके और कनाडा में काम किया। उनके पास रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिज़़िशियन एंड सर्जन ऑफ़ कनाडा (अकादमिक मान्यता) स्नक्रष्टक्कष्ट और रॉयल कॉलेज ऑफ़ साइकियाट्री, यूके, स्नक्रष्टक्कह्य4ष्द्ध की फ़ेलोशिप है। वे अमेरिकन साइकियाट्रिक एसोसिएशन (स्न्रक्क्र) के फ़ेलो भी हैं। उन्होंने मनोरोग पत्रिकाओं के संपादक, समीक्षक और संपादकीय बोर्ड के सदस्य के रूप में काम किया है और मूल शोध समीक्षाएँ, पुस्तक अध्याय और अकादमिक और गैर अकादमिक पुस्तकें प्रकाशित की हैं। विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया हैं। डॉ. अमरेश श्रीवास्तव ने अपनी परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा की छात्रों को उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखने के लिए सशक्त बनाने के लिए डिजिटल मानसिक स्वास्थ्य उपकरण विकसित किया गया हैं। यह अभिनव एप्लिकेशन, आईओएस और एंड्रॉइड दोनों प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है, साथ ही एक वेब ब्राउजऱ के माध्यम से, छात्रों को वैज्ञानिक और साक्ष्य-आधारित तरीकों का उपयोग करके मनोवैज्ञानिक चुनौतियों की जांच और पहचान करने का कार्य करती है। आज उच्च शैक्षणिक संस्थानों में के छात्र अत्यधिक दबाव का सामना करते हैं, जिससे तनाव, चिंता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों की दर दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। परिणाम स्वरूप दुर्भाग्य से आत्महिनता, शर्म, अपराधबोध, मानसिक दबाव जैसे जैसी परिस्थितियों उत्पन्न होती है जिसमें यह उपकरण विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद हैं। वर्तमान में पारंपरिक सहायता प्रणालियाँ प्रभावी नहीं है साथ ही हर छात्र के लिए हमेशा सुलभ नहीं हो सकती हैं। इस अंतर को पहचानते हुए, मानसिक शक्ति फाउंडेशन और फ्रीडम फ्रॉम पॉवर्टी फाउंडेशन ट्रस्ट ने एक आत्म-मूल्यांकन उपकरण विकसित किया है जो तनाव के स्तर को मापने, मनोरोग लक्षणों का पता लगाने और मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के लिए जोखिमों का आकलन करने के लिए मनोवैज्ञानिक परीक्षणों की एक श्रृंखला का उपयोग करता है।
प्रोफेसर अमेरिका सिंह में चर्चा के दौरान कहां की आत्म-मूल्यांकन, विपरीत परिस्थितियों में सही निर्णय लेने और मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन के लिए डिजिटल मानसिक स्वास्थ्य उपकरणों के साथ छात्रों को सशक्त बनाने की दिशा में भारत में अनुसंधान, शिक्षा और सेवा विकास के लिए यह नवाचार एक सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल है। यह उपकरण मानसिक स्वास्थ्य में एक विकसित और महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। भारत की 23 करोड़ से अधिक छात्रों की आबादी को देखते हुए, यह एप्लिकेशन सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने में एक गेम-चेंजर हो सकता है। छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा वास्तव में अकादमिक शिक्षा जितनी ही महत्वपूर्ण है। यदि कोई छात्र मानसिक रूप से स्वस्थ है तो वह अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। छात्रों के जीवन में मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा के अनेको लाभ हैं।मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा छात्रों की शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ मानसिक कल्याण पर भी महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव डालती है।
कैसे काम करता है यह आत्म-मूल्यांकन उपकरण
डिजिटल उपकरण छात्रों द्वारा प्रश्नों की एक श्रृंखला के उत्तरों के आधार पर परीक्षण परिणामों की गणना करने के लिए एक डिफ़ॉल्ट एल्गोरिदम का उपयोग करता है। ये परिणाम छात्रों को उनके अगले कदम तय करने में मार्गदर्शन करते हैं-चाहे वह मानसिक स्वास्थ्य विकास का अभ्यास करना हो, परामर्शदाता या डॉक्टर से परामर्श करना हो, टेली मानस डायल करना हो या मनोचिकित्सक से जुडऩा हो। यह उपकरण व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप निर्देशित हस्तक्षेप भी प्रदान करता है, जो छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।
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